UP News: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड लगातार चर्चाओं में बना हुआ है. जिस तरह से महाराष्ट्र की राजनीति के बड़े नेता को मारा गया है, उसे देख हर कोई हैरान है. बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है. बता दें कि इस हत्याकांड में धर्म राज कश्यप और शिवा गौतम भी शामिल थे. य दोनों उत्तर प्रदेश के बहराइच के गंडारा गांव के रहने वाले हैं. धर्म राज कश्यप तो पुलिस की पकड़ में आ गया है. मगर शिवा गौतम अभी भी फरार चल रहा है.
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हमारे सहयोगी The Lallantop की टीम इन दोनों के गांव यानी गंडारा पहुंची और वहां इनसे परिवारवालों और दोस्तों से मुलाकात की. इस दौरान जो बात सामने आई, वह हैरान कर देने वाली थी. आखिर बहराइच के एक गांव से निकले 2 लड़के कैसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग में शामिल हुए और उन्होंने मुंबई के दिग्गज नेता का कत्ल कर दिया?
शिवा गौतम के मां-पिता ने ये कहा
शिवा गौतम के पिता का नाम बाल किशन है. वह दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालते हैं. शिवा के पिता का कहना है कि उन्हें लोगों ने इस हत्याकांड के बारे में जानकारी दी. उन्हें तो सिर्फ इतना पता है कि किसी विधायक की हत्या हुई है. शिवा के पिता का ये भी कहना है कि उन्होंने इससे पहले कभी भी लॉरेंस बिश्नोई का नाम नहीं सुना है.
शिवा के पिता का कहना है कि उनका लड़का किसी की हत्या करेगा, ये उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था. उसका कभी किसी से विवाद नहीं हुआ. महीने भर पहले शिवा से बात हुई थी. हम तो 300 रुपये रोज दिहाड़ी के सहारे परिवार का पेट पालते हैं. हम गरीब पर अब और परेशानी आ गई. शिवा की मां का भी कहना है कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि बेटे ने ऐसा किया है. होली के बाद से लड़का बदल गया था. वह बात नहीं करता था.
धर्मराज की मां भी सामने आई
धर्म राज की मां का कहना है कि उन्हें पुलिस ने बताया कि ये सब हुआ है. उसने 20 दिन पहले फोन किया था और बोला था कि वह दिवाली के दिन घर आएगा. धर्मराज की मां का कहना है कि उनका लड़का आज तक कभी लखनऊ भी नहीं गया था. वह पहली बार महाराष्ट्र किया था और काम करता था. उसने तो आज तक एक मछली भी नहीं मारी. पता नहीं कैसे ये काम कर दिया. धर्मराज की मां का साफ कहना है कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि उनके बेटे ने ये सब किया है, क्योंकि वह सीधा था और उसका कभी कोई विवाद नहीं था. दिल नहीं मानता की सबसे छोटा बेटा इन सब में फंस गया.
बता दें कि शिवा और धर्मराज का परिवार बेहद ही गरीब है. किसी तरह से परिवार रोजी-रोटी का जुगाड़ कर पाता है. इनके दोस्तों का भी कहना है कि इन दोनों के मुंह से कभी उन्होंने लॉरेंस बिश्नोई गैंग या लॉरेंस बिश्नोई का नाम नहीं सुना था. इन दोनों के गांव के दोस्त भी इस घटना से हिल गए हैं और उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि आखिर ये सब कैसे हो गया.
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