Bahraich News: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान 13 को जबरदस्त हिंसा हुई. इस हिंसा में राम गोपाल मिश्रा (22) नामक युवक की गोली लगने से मौत हो गई. मिश्रा की मौत के बाद से ही इलाके में भारी तनाव का माहौल बना हुआ है. इस बीच सोशल मीडिया पर बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला के एक कथित बयान का हवाला देकर दावा किया जा रहा है कि राम गोपाल मिश्रा की मौत हिंदू पक्ष की तरफ से गोली चलने से हुई है. खबर में आगे इस दावे की पूरी हकीकत जानिए.
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क्या है मामला?
विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दावा किया जा रहा है कि राम गोपाल मिश्रा की मौत हिंदू पक्ष की तरफ से चली गोली की वजह से हुई थी. जो लोग ऐसा कह रहे हैं, वो सबूत के तौर पर एसपी वृंदा के बयान का एक वीडियो शेयर कर रहे हैं. वीडियो को शेयर कर लोग लिख रहे हैं, "पुलिस का कहना मुस्लिम क्षेत्र से मस्जिद के सामने से जुलुस निकल रहा था. जिसमें दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर आपस में बहस हुई, जिसमें एक पक्ष उत्पात मचाने लगा. जिसके बाद एक पक्ष को हिंदू पक्ष की तरफ से गोली लगी. जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
क्या है सच?
हमारे सहयोगी आजतक ने इस खबर की पड़ताल की. आजतक के अनुसार, असलियत ये है कि वृंदा शुक्ला के बयान का गलत अर्थ निकाला जा रहा है. असल में उनके कहने का मतलब था कि जिस व्यक्ति की गोली लगी से मौत हुई, वो हिन्दू पक्ष का था न की ये की गोली हिंदुओं की तरफ से चली थी. राम गोपाल मिश्रा की हत्या बहराइच की महसी तहसील के महाराजगंज बाजार में हुई थी. खबरों के मुताबिक, जुलूस के दौरान राम गोपाल ने एक छत पर लगे हुए एक हरे झंडे को उतारा और वहां पर भगवा झंडा लगा दिया. इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई.
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