आपका पसंदीदा चैनल आज तक आपको साहित्य, कला और मनोरंजन से रू-ब-रू कराने के लिए पेश करने जा रहा है साहित्य आज तक 2022. अगर आप यूपी से हैं, तो स्वाभाविक रूप से आपके दिल के किसी न किसी कोने में साहित्य और कला होगी ही. आप मुंशी प्रेमचंद, कैफी आजमी और अमिताभ बच्चन की जन्मभूमि पर पैदा हुए हैं, तो कला और साहित्य से वंचित कैसे रह सकते हैं. आपको मौका मिल रहा है कि सप्ताह की छुट्टियां साहित्य और कला में सराबोर होकर मनाएं. 18-19-20 नवंबर को हो रहे साहित्य संगम का साथ मिलेगा.
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इंडिया टुडे समूह की पूरी टीम होगी, जो आपको उन लोगों से परिचय कराएगी, जो आपको ताजगी देते हैं. आप दिल्ली के आसपास हो रहे कार्यक्रम खोज रहे हैं, जानना चाहते हैं कि दिल्ली में क्या कार्यक्रम होने जा रहा है, तो आपको इससे सुनहरा मौका नहीं मिल सकता.
कहां हो रहा है कार्यक्रम?
अगर आप दिल्ली में हैं तो साहित्य के महाकुंभ में सीधे हिस्सा ले सकते हैं. कार्यक्रम मेजर ध्यानचंद नैशनल स्टेडियम, नई दिल्ली में होने जा रहा है. आपको अपने प्रिय लेखकों, कलाकारों से मिलने के लिए कोई खर्च नहीं करना है. केवल प्री रजिस्ट्रेशन कराना है.
इंडिया टुडे की वेबसाइट पर जाएं. वेबसाइट पर जाकर आप अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल जैसी जानकारियां उपलब्ध कराएं. आपको कोई शुल्क भुगतान नहीं करना है. आपने वेबसाइट में सूचना दी, ओके किया. उसके बाद सरकार द्वारा दिया गया अपना कोई भी परिचय पत्र, जैसे वोटर आईडी, आधार कार्ड, सरकारी कर्मचारी हैं तो सरकार द्वारा जारी परिचय पत्र, सरकारी स्कूल के विद्यार्थी हैं तो स्कूल से जारी परिचय पत्र लेकर पहुंच जाएं.
साहित्य और संगीत का संगम
साहित्य की अलग-अलग धाराओं को जोड़ने वाला ये अनूठा उत्सव आज तक की एक ऐसी कोशिश है जिसके जरिए आज के युवाओं और समाज को साहित्य और संस्कृति की दुनिया को करीब से समझने और उससे सीधे जुड़ने का मौका मिलता है. इसीलिए इसमें ऐसे तमाम लेखक, विद्वान, रचनाकार, संगीतकार, एक्टर, कॉलमिस्ट, बिजनेस लीडर, कवि और थिएटर आर्टिस्ट शामिल होते हैं, जिन्होंने वर्षों से अपने काम के बूते लोगों के बीच पहचान बनाई है.
ये कलाकार एक बार फिर एक मंच पर जुटेंगे, अपनी सोच-अपनी आवाज के साथ आपके सामने होंगे. चर्चा इस बात पर भी होगी कि साहित्य, कला-संस्कृति आखिर क्या है और कैसे, क्यों और किस शक्ल में वो लोगों पर अपनी छाप छोड़ जाती है. साहित्य आज तक में आपकी सोच को धार देने वाली बहसों की दिमागी खुराक है, तो आपके भीतर के घुमक्कड़ को जगाने वाली अनूठी किताबों और दुनिया भर में घूम कर उन्हे लिखने वाले राइटर्स के साथ मिलने का मौका भी. तो कवियों और शायरी की महफिल भी सजेगी…जिसमें फिल्मी हस्तियों की मौजूदगी महफिल को कुछ और नया रंग देगी.
पेश हैं कुछ दिग्गज हस्तियों के नाम जिनसे जगमग होगा साहित्य आजतक का मंच-
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बी प्राक
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स्वानन्द किरकिरे
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मोरारी बापू
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कैलाश सत्यार्थी
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मृदुला गर्ग
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दिव्या दत्ता
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व्योमेश शुक्ला,
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असीस कौर
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अफसाना खान
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भुवन बाम
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शशि थरूर
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भूपेन्द्र यादव
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विक्रम संपत
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अश्विन सांघी,
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चेतन भगत
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प्रसून जोशी
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नासिरा शर्मा,
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अशोक वाजपेयी
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अनामिका
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अरुण कमल
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नंदकिशोर आचार्य
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राकेश ओमप्रकाश मेहरा,
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गीत चतुर्वेदी,
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नरेश सक्सेना
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लीलाधर जगूड़ी
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सुरेंदर मोहन पाठक
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कुमार विश्वास
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राजेश जोशी
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कबीर बेदी
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दीप्ति नवल
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वसीम बरेलवी
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शीन काफ निजाम
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नवाज देवबंदी
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महुआ माजी
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