Sawan: सावन महीने की पहली और आखिरी तारीख के साथ जानिए वो खास मंत्र जो देगा अश्वमेघ यज्ञ का फल

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19 Jul 2024 (अपडेटेड: 19 Jul 2024, 06:56 PM)

हिंदू धर्म में सावन महीना का खास महत्व रखता है. ऐसी मान्यता है कि सावन में भगवान शिव का व्रत और पूजा करने से मन चाहा फल मिलता है. इस साल सावन का महीना 22 जुलाई दिन सोमवार से शुरू हो रहा है. वहीं इसका समापन 19 अगस्त को हो रहा है.

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Sawan Special: हिंदू धर्म में सावन महीना का खास महत्व रखता है. ऐसी मान्यता है कि सावन में भगवान शिव का व्रत और पूजा करने से मन चाहा फल मिलता है. इस साल सावन का महीना 22 जुलाई दिन सोमवार से शुरू हो रहा है. वहीं इसका समापन 19 अगस्त को हो रहा है. ऐसे में श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ज्योतिषाचार्य ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के कुछ उपाय बताए हैं. इसके साथ ही उन्होंने कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में बताया है जिसका उच्चारण करने से किसी भी व्यक्ति को अश्वमेघ यज्ञ के जैसा फल मिलता है.

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महंत रोहित शास्त्री के मुताबिक, इस साल सावन का महीना 22 जुलाई सोमवार से शुरू होगा और 19 अगस्त को खत्म हो जाएगा. इस मौके पर भक्त शिव जी की अराधना कर सकते हैं. सोमवार के दिन पूजा करने से पहले स्नान करके साफ कपड़े पहनकर  मंदिर में जाना चाहिए. अगर किसी वजह से आप मंदिर में नहीं जा पाते हैं तो घर में ही पार्थिव शिवलिंग बनाकर शिव पूजन कर सकते हैं और बाद में पार्थिव शिवलिंग को जल में प्रवाहित कर देना चाहिए. 

क्यों पसंद हैं भगवान शिव को सावन का महीना

महंत रोहित शास्त्री के मुताबिक, भगवान शिव ने यह बात खुद कही है कि उन्हें 12 महीनों में से सावन का महीना सबसे प्रिय है. इसके पीछे की वजह यह कि इस दौरान ही देवी सती ने अपने पिता दक्ष के घर में योगशक्ति के रूप में शरीर त्याग किया था. फिर दूसरे जन्म में देवी सती ने पार्वती के नाम से हिमाचल और रानी मैना के घर जन्म लिया. ऐसी मान्यता है कि माता पार्वती ने युवावस्था में एक महीने तक निराहार रहकर कठोर व्रत किया था, जिससे प्रसन्न होकर शिव जी ने उनसे विवाह किया. इसके बाद से ही सावन का महीना भगवान शिव को काफी पसंद है.

सावन का महीना ऐसा महीना है जिसमें छह ऋतुओं का समावेश होता है. ऐसी मान्यता है कि सावन चतुर्मास के दिन में आता है जब भगवान विष्णु आराम करने के लिए चले जाते हैं. ऐसे में पूरे विश्व का संचालन भगवान शिव करते हैं. सावन के महीने में अगर कोई भक्त शिव जी की पूजा करता है तो भगवान शिव उससे जल्दी प्रसन्न होते हैं. सावन के दिनों में भगवान को प्रसन्न करने के लिए हर सोमवार को  व्रत रखना चाहिए और गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद,  फूल, शुद्ध वस्त्र, बेल पत्र, धूप, दीप, नैवेध, चंदन का लेप, चावल आदि डालकर शिवलिंग को अर्पित करना चाहिए.

 

 


सोमवार के दिन करें इस मंत्र का जाप

महंत रोहित शास्त्री के मुताबिक,सावन के महीने  में  शिवपूजन, शिवपुराण , रुद्राभिषेक,शिव कथा, शिव स्तोत्रों  और "ॐ नम: शिवाय" का पाठ करते हुए रात्रि जागरण करने से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्राप्त होता है. इस महीने के प्रत्येक मंगलवार को श्री मंगलागौरी का व्रत, पूजन इत्यादि विधिपूर्वक करने से स्त्रियों के सौभाग्य में वृद्धि होती .
 

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