Uttar Pradesh News: फर्जी एम्बुलेंस मामले में बाहुबली मुख्तार अंसारी की बांदा जेल से बाराबंकी कोर्ट में मंगलवार को वर्चुअल पेशी हुई. पेशी के दौरान मुख्य गवाह को हाजिर देखकर बाहुबली मुख्तार अंसारी कुछ घबराया हुआ भी नजर आया. मामले की सुनवाई के दौरान एमपी-एमएलए कोर्ट के जज विपिन यादव के सामने लगभग 4 घंटे तक कांड के मुख्य गवाह पंकज सिंह से वकीलों ने जिरह की. लेकिन समय अभाव के चलते जिरह मंगलवार को पूरी नहीं हो पायी.
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चार घंटे हुई जिरह
बता दें कि मुख्तार के साथ एम्बुलेंस कांड में नामजद गुर्गों का भी ट्रायल शुरू हो गया. फर्जी पते पर एम्बुलेंस का पंजीकरण करवाने के मामले में तत्कालीन एआरटीओ पंकज सिंह ने अलका राय पर 2021 में नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कारवया था. इसी मुकदमे में बाहुबली मुख्तार अंसारी समेत 12 लोगों का नाम बढ़ाया गया था. आज इसी मामले में तत्कालीन एआरटीओ पंकज सिंह की गवाही शुरू हुई.
26 जुलाई को होगी अगली सुनवाई
वहीं मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि तत्कालीन एआरटीओ पंकज सिंह से जिरह अभी पूरी नहीं हुई है. समय अभाव के चलते 26 जुलाई की तारीख लगाई गई है. पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोर्ट में मौजूद था. उनके सामने गवाह से जिरह हुई. अब अगली तारीख को गवाह से फिर से हाज़िर होगा और कोर्ट में जिरह होगी.
जानें क्या है एंबुलेंस मामला?
गौरतलब है कि गलत पते और फर्जी दस्तावेजों के सहारे ली गई एंबुलेंस (UP 41 AT 7171) के मामले में अप्रैल 2021 में कोतवाली नगर पुलिस ने मऊ जिले में श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालक डॉ. अल्का राय के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद मुख्तार अंसारी गैंग के 13 सदस्यों पर 27 मार्च 2022 को गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई.
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