उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्ट्रेट परिसर पर गन्ने के दाम बढ़ाने को लेकर धरना-प्रदर्शन किया.
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पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में भी बीकेयू के कार्यकर्ताओं ने महावीर चौक स्थित अपने कार्यालय से पैदल मार्च करते हुए जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचे. जहां उन्होंने जिलाधिकारी की गाड़ी के सामने धरना प्रदर्शन करते हुए गन्ने के रेट बढ़ाए जाने की मांग सहित कई अन्य मांगों को लेकर एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को सौंपा.
इस दौरान सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि 4 दिन पहले बीजेपी सरकार ने उत्तर प्रदेश में गन्ने का रेट घोषित किया है और वह पिछले सत्र का ज्यूं का त्यूं रहा है.
उन्होंने कहा कि अगर सरकार को रेट घोषित करना था तो जब सीजन शुरू हुआ था तो तब क्यों नहीं किया? यह सरकार किसान विरोधी सरकार है. किसानों के नाम पर सरकार जो बड़े-बड़े वादे करती थी कि 2022 तक हम यह कर देंगे वह कर देंगे…सरकार ने कुछ नहीं किया है. उन्होंने किसानों को ठगने और बहकाने का ही काम किया है.
योगेश शर्मा ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों में भारतीय किसान यूनियन यह मांग कर रही है कि पुनर्विचार कर जिस आधार पर महंगाई बढ़ रही है उसी आधार पर हमारे गन्ने का दाम बढ़ाया जाए. साल 2024 में अगर गन्ने का भाव किसानों को नहीं मिल रहा है तो आगे आंदोलन किसान करते रहेंगे. दिल्ली संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में बहुत बड़ी पंचायत होने जा रही है.
वहीं, इस प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हुए नगर मजिस्ट्रेट अनूप सिंह ने बताया कि आज भारतीय किसान यूनियन अपने कैंप कार्यालय से पैदल मार्च करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे थे. 30-40 कार्यकर्ताओं की संख्या में उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया.
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