भाजपा द्वारा निलंबित नुपूर शर्मा के मामले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सजा देने की बात कही है. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी पर बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) की मुखिया और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. मायावती ने कोर्ट के इस टिप्पणी की तारीफ करते हुए उम्मीद जताई है कि भविष्य में इस तरह की विवादित बयानों पर रोक लगेगी.
ADVERTISEMENT
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा- ‘सिर्फ़ मुख को नहीं शरीर को भी माफ़ी मांगनी चाहिए और देश में अशांति और सौहार्द बिगाड़ने की सज़ा भी मिलनी चाहिए’.
इधर मामले में पूर्व बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा- “माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा नूपुर शर्मा के विरुद्ध आज लिए गए सख़्त स्टैण्ड तथा अपने भड़काऊ बयान से देश को हिंसक माहौल में झोंकने हेतु उनसे माफी माँगने का निर्देश उन सभी के लिए ज़रूरी सबक है जो देश को सांप्रदायिकता की आग में झोंक कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं.”
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से निलंबित नेत्री नुपूर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादित टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को कड़ी फटकार लगाई. कोर्ट ने कहा कि नुपुर की ‘अनियंत्रित जुबान’ ने पूरे देश को आग में झोंक दिया. साथ ही कोर्ट ने नुपुर शर्मा को अपनी इस टिप्पणी के लिए देश से माफी मांगने को भी कहा है.
ध्यान देने वाली बात है कि एक न्यूज चैनल के टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर साहिब के बारे में की गई नुपूर शर्मा की टिप्पणी के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हुए थे और कई खाड़ी देशों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. बीजेपी ने बाद में शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया था.
नुपूर शर्मा पर SC की टिप्पणी पर मायावती बोलीं- सांप्रदायिकता की राजनीति करने वालों को सबक
ADVERTISEMENT