लाहौर में मौजूद दुल्हन-जौनपुर में बैठे दूल्हे का ऑनलाइन निकाह, BJP नेता के बेटे की शादी चर्चाओं में

यूपी तक

19 Oct 2024 (अपडेटेड: 19 Oct 2024, 05:20 PM)

UP News: जौनपुर में भाजपा नेता ने अपने बेटे का निकाह पाकिस्तान के लाहौर शहर में रहने वाली युवती से तय किया. दोनों का निकाह ऑनलाइन ही मौलाना ने पढ़वा लिया और निकाह पूरा करवा दिया.

Jaunpur

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UP News: भारत-पाकिस्तान के बीच लंबे समय से तनाव बरकरार है. दोनों देशों के बीच रिश्ते निचले स्तर पर हैं. मगर दोनों देशों के बीच निकाह का सिलसिला समय-समय पर देखने को मिल ही जाता है. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के जौनपुर से सामने आया है. यहां भाजपा नेता ने अपने बेटे का निकाह पाकिस्तान के लाहौर शहर में रहने वाली युवती से तय किया. 

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दोनों का निकाह ऑनलाइन ही मौलाना ने पढ़वा लिया और निकाह पूरा करवा दिया. यहां जौनपुर में दूल्हे के रिश्तेदार बाराती बनकर आए तो वहीं वहां लाहौर में दुल्हन के रिश्तेदार भी दुल्हन के घर पहुंचे. वीडियो कॉल पर दोनों को बुलाया गया और मौलवी ने वीडियो कॉल पर ही निकाह करवा दिया. अब दूल्हे राजा को दुल्हन के भारत आने का इंतजार है. जब दुल्हन को वीजा मिल जाएगा तो वह जौनपुर आकर अपने पति और ससुराल वालों के साथ रहने के लिए आ जाएगी.

भाजपा नेता के बेटे का निकाह लाहौर से हुआ

जौनपुर के मखदूमशाह अढहन निवासी व भाजपा सभासद तहसीन शाहिद ने एक साल पहले अपने बड़े बेटे मोहम्मद  अब्बास हैदर का निकाह लाहौर (पाकिस्तान) में रहने वाले अपने एक रिश्तेदार की बेटी अंदलीप ज़हरा से तय कर दी थी. निकाह के लिए वीजा अप्लाई भी किया था. मगर वीजा जारी नहीं हो सका. इस दौरान पाकिस्तान में लड़की की  मां राना यास्मीन ज़ैदी की भी सेहत खराब हो गई और उन्हें आईसीयू में भर्ती करवा दिया गया. 

ऐसी हालत में भाजपा नेता तहसीन शाहिद ने लाहौर फोन किया और वीडियो कॉल पर ही निकाह का फैसला लिया. उस तरफ से भी ऑनलाइन निकाह की हामी भर दी गई. आखिरकार शुक्रवार की रात जौनपुर के इमामबाड़ा कल्लू मरहूम में तहसीन शाहिद अपने साथ सैकड़ो बारातियों को लेकर पहुंचे और टीवी स्क्रीन पर सभी के सामने ऑनलाइन अपने बेटे और लाहौर में बैठी दूल्हन का निकाह करवा दिया. 

निकाह होने के बाद दूल्हे मोहम्मद अब्बास हैदर ने भारत सरकार से अपील की है कि वह दुल्हन को वीजा जारी कर दे, जिससे लड़की विदा होकर भारत आ सके और जौनपुर में अपने ससुराल आ जाए. 

मौलाना ने ये कहा

इस निकाह को शिया धर्म गुरु मौलाना महफूज़ू ल हसन खान ने पढ़वाया. मौलाना ने कहा की दोनों मुल्कों  के राजनीतिक संबंध ख़राब होने से काफी परेशानी आई. मगर ऑनलाइन निकाह पढ़वा दिया गया.
 

(जौनपुर से आदित्य भारद्वाज की रिपोर्ट)

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