यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर पूनम टंडन को गोरखपुर विश्वविद्यालय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रोफेसर वंदना सिंह को जौनपुर के पूर्वांचल विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने दोनों लोगों को तीन साल के लिए कुलपति नियुक्त किया है. गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह का कार्यकाल ख़त्म हो रहा है. राजेश सिंह, हाल ही में संघ के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विरोध और भ्रष्टाचार के आरोप की वजह से चर्चा में रहे हैं.
ADVERTISEMENT
कौन हैं प्रोफेसर पूनम टंडन?
प्रोफेसर पूनम टंडन लखनऊ विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग में 2006 से प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं और लगभग 30 वर्षों से लखनऊ विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य कर रही हैं. इसके साथ ही राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय जनरल्स में उनके 250 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं.
उनके अधीन लगभग 40 छात्रों ने अपना पीएचडी वर्क पूरा किया है. प्रोफेसर पूनम टंडन ने कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ काम भी किया है. लखनऊ विश्वविद्यालय में डीन स्टूडेंट वेलफेयर(DSW)और डीन एकेडमिक्स जैसी जिम्मेदारी भी इस समय सम्भाल रही हैं. वर्तमान में उपक्रम के महानिदेशक पद पर भी कार्य कर रही हैं.
प्रोफेसर पूनम टंडन को यंग साइंटिस्ट अवार्ड, यूजीसी अवार्ड, फुल ब्राइट स्कॉलरशिप, हम बुल्ट अवार्ड और शिक्षक श्री सम्मान भी प्राप्त हो चुका है. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति उत्तर प्रदेश समस्त विश्वविद्यालय श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी ने प्रोफेसर पूनम टंडन को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है.
प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय वर्तमान में नैक ए प्लस प्लस ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय है. माननीय राज्यपाल के दिशा निर्देश में उनका लक्ष्य गोरखपुर विश्वविद्यालय को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में और बेहतर स्थान दिलाने का सर्वोत्तम प्रयास होगा.’
ADVERTISEMENT