Uttar Pradesh News : भारत को ओलंपिक में मेडल दिला चुकीं साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने बड़ा एलान किया है. साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया है. बाता दें कि साक्षी मलिक समेत कई पहलवानों ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. साक्षी मलिक इस दौरान रो पड़ीं. साक्षी मलिक ने कहा, ‘मैं एक बात कहना चाहती हूं. लड़ाई लड़ी और पूरे दिल से लड़ी. लेकिन अगर प्रेसिडेंट बृजभूषण सिंह जैसा आदमी ही रहता है, जो उसका सहयोगी है, उसका बिजनेस पार्टनर है, वो अगर इस फेडरेशन में रहेगा तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं.’
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साक्षी मलिक ने किया बड़ा एलान
बता दें कि देश के कई नामी पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के चुनाव के बाद दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. वहीं इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में साक्षी मलिक ने रोते हुए ने कहा कि, ‘हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए. बूढ़ी महिलाएं आईं. ऐसे लोग भी आए, जिनके पास खाने-कमाने के लिए नहीं है. हम नहीं जीत पाए, लेकिन आप सभी का धन्यवाद. उन्होंने कहा कि हमने पूरे दिल से लड़ाई लड़ी, लेकिन WFI का अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी संजय सिंह चुना जाता है तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं.’
बृजभूषण शरण सिंह ने कही ये बात
गौरतलब है कि 21 दिसंबर को कुश्ती महासंघ के चुनाव हुए और इसके तुरंत बाद आए परिणाम में संजय सिंह बबलू के नाम पर मुहर लग गई.संजय सिंह बबलू भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के करीबी माने जाते हैं. बृजभूषण शरण सिंह भी इस बात का अक्सर दावा करते थे कि संजय सिंह बबलू ही भारतीय कुश्ती संघ के अगले अध्यक्ष होंगे. संजय सिंह मूल रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के रहने वाले हैं. इस समय वो वाराणसी में अपने परिवार के साथ रहते हैं.
संजय सिंह बने है नए अध्यक्ष
वहीं साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने के एलान पर जब बृज भूषण शरण सिंह से सावाल किया गया तो उन्होंने दो टूक जवाब दिया. WFI के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि, उससे मुझे क्या लेना-देना.’ वहीं भारतीय कुश्ती महासंघ के नए अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर संजय सिंह ने कहा कि, टकैंप (कुश्ती के लिए) आयोजित किए जाएंगे. जिनको कुश्ती करनी है वो कुश्ती कर रहे हैं, जो राजनीति करना चाहते हैं वे राजनीति करें.’
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