Awadh Ojha Sir Story: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा-2022 के नतीजों की घोषणा की. इसमें ग्रेटर नोएडा की रहने वालीं इशिता किशोर ने टॉप किया है. अक्सर, नतीजे आने के बाद छात्रों की ज्यादा चर्चा होती है, जिन्हें कामयाबी मिलती है. आखिर उनकी चर्चा हो भी क्यों न, क्योंकि उनकी मेहनत भी जी-तोड़ होती है. इस बीच नेपथ्य में रह जाते हैं वो टीचर जिन्होंने कंधे से कंधा मिलाकर छात्रों के साथ मेहनत की होती है. मगर आज हम आपको एक ऐसे टीचर की कहानी सुनाएंगे जिनके पढ़ाए हजारों बच्चे UPSC की परीक्षा को पास कर चुके हैं. हम बात कर रहे हैं इतिहास के अध्यापक अवध ओझा की. अवध ओझा बच्चों के बीच ओझा सर के नाम से मशहूर हैं. यूपी के गोंडा जिले के रहने वाले ओझा सर सोशल मीडिया पर काफी वायरल रहते हैं. आज हम आपको अवध ओझा सर से जुड़ा एक रोचक किस्सा सुनाएंगे, जब उन्होंने अपनी जवानी के दिनों में तैश में आकर गोली चला दी थी.
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बता दें कि इंडिया टुडे के डिजिटल चैनल दी लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू में ओझा सर ने बताया था कि जवानी के दिनों में वह मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र की पिक्चर ‘चरस’ देखने गए थे. उन्होंने बताया कि जिस सिनेमा हॉल में वह पिक्चर देखने गए थे वह तब के मौजूदा सांसद सत्यदेव सिंह का था.
ओझा सर बोले- मैंने चलाई थी गोली
ओझा सर ने बताया, “वहां एक साहब थे, फिल्म के इंटरवेल में उन्होंने मुझे तमाचा मार दिया. वह बोले- बस ऐसे ही बड़े रंगबाजी में घूमते हो, स्कूटर से चलते हो. फिर पहला शूट-आउट वहीं हुआ था. मतलब, आधे घंटे गोली चली थी.” उन्होंने आगे बताया कि इस दौरान उनपर गोली नहीं चली थी, बल्कि उन्होंने खुद गोली चलाई थी. ओझा सर के अनुसार, इसको लेकर उनके खिलाफ नॉन-बेलेबल वॉरंट जारी हुआ था.
ओझा सर हो गए थे फरार
बकोल ओझा सर, “फिर हम लोग फरार हो गए. धारा 307 लगी. एक महीने फरारी में रहे. माताजी लॉयर थीं, तो उन्होंने एक बढ़िया काम ये किया कि एक ही दिन में लोअर कोर्ट और सेशन कोर्ट में जमानत करा दी थी.”
हालांकि, फिर ओझा सर ने बताया कि आश्रमों की आवाजाही और अध्ययन की तरफ उनका रुझान बढ़ा और इसके बाद उनका जीवन बदल गया.
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