उन्नाव में 2 महीने से लापता एक युवती का शव मिलने के बाद उसके परिजनों ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है. साथ ही परिजनों ने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और रहने की जगह भी देने की मांग की है.
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युवती की नानी ने आरोपी रजोल सिंह और सूरज के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. नानी ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने दबाव में कोई कार्रवाई नहीं की.
मृतका के परिवार वालों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया और पुलिस को पीड़िता की मौत का जिम्मेदार भी ठहराया है.
बता दें कि उन्नाव जिले में शहर कोतवाली क्षेत्र से पिछले दो महीने से लापता एक युवती का शव समाजवादी पार्टी (एसपी) सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री रहे फतेह बहादुर सिंह द्वारा बनवाए गए आश्रम के पास खाली जमीन से बरामद किया गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
मामले का मुख्य आरोपी रजोल सिंह एसपी नेता फतेह बहादुर का बेटा है. अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शशि शेखर सिंह ने बताया कि युवती के लापता होने के बाद चार फरवरी को पुलिस ने एक आरोपी रजोल सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी.
बाद में विशेष अभियान समूह (एसओजी) की टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से मिली जानकारी के आधार पर और आरोपी के एक साथी की निशानदेही पर आश्रम के पास की जमीन से गुरुवार को युवती का शव बरामद किया.
इस तरह आगे बढ़ा मामला
8 दिसंबर- युवती लापता हुई.
10 दिसंबर- सदर कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज हुई.
13 दिसंबर- युवती की मां ने एसपी से शिकायत की.
10 जनवरी- कोतवाली पुलिस ने पूर्व मंत्री के बेटे के विरुद्ध एससी-एसटी और अपहरण की धारा के तहत रिपोर्ट दर्ज की.
24 जनवरी- युवती की मां ने लखनऊ में पूर्व सीएम के सामने आत्मदाह का प्रयास किया.
25 जनवरी- आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा.
4 फरवरी- पुलिस ने कोर्ट से मिली रिमांड के बाद 8 घंटे तक आरोपी को जेल से लाकर पूछताछ की.
10 फरवरी- पुलिस ने पूर्व मंत्री के आश्रम के बगल से युवती का शव बरामद किया.
उन्नाव: लापता युवती का शव मिलने के बाद सियासत तेज, जानिए क्या है मामला
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