उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शुक्रवार को यहां वाराणसी-डिब्रूगढ़ के बीच क्रूज की समय सारणी का विमोचन किया. साथ ही उन्होंने रविदास घाट पर केंद्रीय जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के साथ संयुक्त रूप से जेट्टियों का लोकार्पण किया.
ADVERTISEMENT
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सात सामुदायिक जेट्टियों का लोकार्पण और आठ सामुदायिक जेट्टियों का शिलान्यास किया। इस अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और भारी उद्योग मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय भी उपस्थित थे.
अधिकारियों ने बताया कि वाराणसी को एक हाइड्रोजन फ्यूल सेल जलयान और चार इलेक्ट्रिक हाइब्रिड जलयान मिलेंगे। उनके अनुसार जलमार्ग विकास प्रोजेक्ट-2 (अर्थ गंगा) के तहत गंगा नदी पर 62 लघु सामुदायिक घाटों का विकास/उन्नयन किया जा रहा है जिसमें 15 उत्तर प्रदेश, 21 बिहार, 3 झारखंड और 23 पश्चिम बंगाल में हैं.
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में वाराणसी और बलिया के बीच घाट विकसित किए जा रहे हैं जो यात्री एवं प्रशासनिक सुविधाओं से युक्त होंगे. उनका कहना था कि घाटों का परिचालन शुरू हो जाने से छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा.
समझौते के तहत कोचिन शिपयार्ड आठ हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कैटामारन जलयानों का निर्माण करेगा. इस परियोजना के लिए केन्द्र ने 130 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि वाराणसी औरर कोलकाता के बीच कुल 60 जेटी बनाए जाने हैं। उनके मुतबाबिक इनमें उत्तर प्रदेश में सात जेटी तैयार हुए हैं जिसमें वाराणसी में तीन, बलिया में दो और चंदौली, गाजीपुर में एक-एक जेटी है.
उन्होंने बताया कि गंगा विलास भारत में निर्मित पहला नदी जलयान है जो वाराणसी और डिब्रूगढ़ के बीच कुल 3200 किलोमीटर की यात्रा 50 दिनों में पूरी करेगा और भारत एवं बांग्लादेश के 27 रिवर सिस्टम्स से होकर गुजरेगा. उनके अनुसार यह जलयान राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयारण्यों से भी गुज़रेगा जिनमें सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा नेशनल पार्क भी शामिल हैं.
उनका कहना था कि यह यात्रा एक ही जलयान द्वारा की जाने वाली दुनिया की सबसे लंबी यात्रा होगी. गंगा विलास जलयान में 18 साइट्स होंगे.
वाराणसी: पीएम मोदी के जीवन पर आधारित पेंटिंग प्रदर्शनी का सीएम योगी ने किया उद्घाटन
ADVERTISEMENT