यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के समापन सत्र को संबोधित करते हुए CM योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के वैश्विक निवेश महाकुंभ को पीएम मोदी के नेतृत्व में नई ऊंचाई मिली है, पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को जो पहचान मिली, उसका लाभ हमें इस GIS में मिला.
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सीएम ने आगे कहा कि वैश्विक मंच पर उत्तर प्रदेश की ओर लोगों का आकर्षण बना, प्राचीन नगरी काशी, रामलला की जन्मभूमि अयोध्या, कृष्ण जी की जन्मभूमि मथुरा, गंगा-यमुना का क्षेत्र उत्तर प्रदेश में है.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को 33 लाख 50 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, ये पहली बार हुआ है.
उन्होंने कहा कि पहले निवेश का मतलब एनसीआर होता था, लेकिन आज निवेश प्रदेश के सभी 75 जनपदो में हुए हैं. पूर्वांचल कभी विकास से अनभिज्ञ था, लेकिन पूर्वांचल में 9 लाख करोड़ का निवेश प्रस्ताव आया है.
यूपी में निवेश संभावनाओं पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश दुनिया का सबसे बड़ा श्रम बाजार बना है, योग्य व स्किल्ड युवा यहां की पहचान हैं. उत्तर प्रदेश सरकार की 25 सेक्टोरियल नीति के तहत उद्यमी यहां निवेश के लिए आकर्षित हो रहे हैं.
सीएम ने प्रदेश में निवेश की सफलता पर कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू है, यही सफलता का कारण है. निवेशकों को समय से इंटेंट मिल सके, ये लागू करने के कारण आज निवेशक उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं.
योगी ने पिछली सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पहले निवेश का मतलब NCR होता था, लेकिन आज निवेश प्रदेश के सभी 75 जनपदो में हुए हैं. पूर्वांचल कभी विकास से अनभिज्ञ था, लेकिन पूर्वांचल के लिए 9 लाख करोड़ का निवेश प्रस्ताव आया है.
सीएम ने रोजगार के मुद्दे पर कहा कि इस निवेश के माध्यम से उत्तर प्रदेश के 93 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होगें.
यूपी में निवेश की संभावनाओं पर उन्होंने कहा कि सभी निवेशकों, सभी वैश्विक समुदाय, कंट्री पार्टनर्स को मैं भरोसा देता हूं कि आपके विश्वास पर उत्तर प्रदेश खरा उतरेगा.
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