UP News: यूपी की योगी सरकार के निर्देश पर राज्य में मदरसा सर्वे (UP Madrassas Survey) का काम पूरा किया जा चुका है. सर्वे के दौरान मदरसों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है और जो आंकड़े निकल के आए हैं, वे चौंकाने वाले हैं. मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के सभी 75 जिलों में 8496 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त मिले हैं. इन मदरसों में 6.65 लाख बच्चे पढ़ रहे हैं.
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जानकारी के मुताबिक मदरसा सर्वे में सबसे ज़्यादा मुरादाबाद में 557 और सबसे कम हाथरस में 1 मदरसा ग़ैर मान्यता प्राप्त मिला. वहीं सर्वे के दौरान संचालन के लिए होने वाले खर्च के इंतज़ाम की बात पूछने पर नब्बे फ़ीसदी ने चंदे की बात बताई. बता दें कि 10 सितंबर को मदरसे सर्वे का काम शुरू हुआ था.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले दिनों प्रदेशभर के गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराया था. सभी 75 जिलों के कुल चिन्हित 8,496मदरसों का सर्वे का काम पूरा हो चुका है. राज्य सरकार का दावा है कि इस सर्वे का उद्देश्य अल्पसंख्यक वर्ग को समाज की मुख्य धारा में शामिल करना है.अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा उपलब्ध कराना राज्य सरकार का उद्देश्य है. यूपी तक से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा था कि अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा उपलब्ध कराना राज्य सरकार का उद्देश्य है और उनके भविष्य के साथ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष किसी भी रूप में खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा.
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा था कि जिन मदरसों में अनियमितताएं गैर कानूनी काम और अवैध रूप से निर्माण या वित्तीय संबंधी कमियां आएंगी तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही कहा कि सरकार बिना भेदभाव के हर संस्थान पर निगाह रखती है ऐसे में मदरसों को मुख्यधारा से जोड़ना सरकार का मकसद है.
ऐसी खबर है कि फाइनल रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार गैर मान्यता प्राप्त मदरसों पर एक्शन ले सकती है. कहा जा रहा है कि यूपी सरकार की दीनी तालीम के साथ आधुनिक शिक्षा देने पर भी जोर है. बहरहाल, रिपोर्ट आने के बाद गैर मान्यता प्राप्त मदरसों पर कार्रवाई का रास्ता क्या होगा, ये आने वाले दिनों में पता चलेगा. लेकिन उसके पहले एक बार फिर से सर्वे के आंकड़ों और सरकार के मकसद को लेकर सियासत तेज होती नजर आती है.
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