उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने शुक्रवार, 10 सितंबर को मथुरा-वृंदावन को लेकर एक बड़ा फैसला लिया. सरकार ने मथुरा-वृंदावन के 10 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को तीर्थ स्थल घोषित किया है. आपको बता दें कि इस क्षेत्र में कुल 22 नगर निगम वॉर्ड आते हैं, जिन्हें तीर्थ स्थल घोषित किया गया है.
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गौरतलब है कि पिछले महीने सीएम योगी आदित्यनाथ ने मथुरा में जन्माष्टमी भी मनाई थी, जिसके बाद तीर्थस्थल घोषित किए जाने का यह फैसला काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
योगी ने मथुरा में मांस-मदिरा की ब्रिकी पर पाबंदी लगाने का किया था ऐलान
सीएम योगी ने जन्माष्टमी के अवसर पर मथुरा में कहा था, “2017 में हमने जनता की मांग पर मथुरा और वृन्दावन नगर पालिकाओं को मिलाकर नगर निगम का गठन किया था. फिर नगर निगम के गठन के साथ यहां के 7 पवित्र स्थलों को तीर्थ स्थल घोषित किया. तीर्थ स्थल घोषित होने के बाद अब यहां सबकी इच्छा है कि इन सभी क्षेत्रों में किसी प्रकार का मांस-मदिरा का सेवन न हो. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि ऐसा ही होगा. इस संबंध में जिला प्रशासन को कार्रवाई करने के निर्देश दिए जा चुके हैं.”
इसके अलावा उन्होंने कहा था
इससे प्रभावित होने वाले लोगों का व्यवस्थित पुर्नवास किया जाएगा. अच्छा होगा कि जो लोग इस काम में लगे हैं उनके लिए दुग्धपालन के लिए छोटे-छोटे स्टॉल बना दिए जाएं.
सीएम योगी
वहीं, सीएम ने कहा था कि इससे प्रभावित होने वाले लोग दूध बेचने का काम करेंगे तो हम फिर से द्वापर युग के क्षणों को स्मरण कर पाएंगे.
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