UP Constable Bharti 2024 : उत्तर प्रदेश में 17 और 18 फरवरी को आयोजित हुई कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा को लेकर बवाल मचा हुआ है. सोशल मीडिया पर कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का सैकड़ों दावा वायरल हो चुका है. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी जैसे नेता भी इस मामले को प्रमुखता से उठा चुके हैं. यूपी कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा को रद्द कर नए सिरे से कराए जाने की मांग की जा रही है. इस बीच पेपर लीक होने के दावों को लेकर यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने बड़ा ऐक्शन ले लिया है.
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इंटरनल कमेटी गठित
सोशल मीडिया पर पेपर लीक की खबरों की जांच के लिए भर्ती बोर्ड ने इंटरनल जांच कमेटी बैठा दी है. भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा ने यूपी Tak से बातचीत में इस बात की पुष्टि की है. जानकारी के मुताबिक पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर जो समस्याएं साझा की हैं, उनकी जांच के लिए बोर्ड ने इंटरनल कमेटी गठित की है.
सोशल मीडिया पर वायरल प्रश्न पत्र की जांच होगी
आपको बता दें कि पुलिस भर्ती से जोड़कर सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र वायरल कर दावे किए गए हैं कि परीक्षा से पहले ही ये लीक हुए हैं. वैसे अबतक प्रशासन या सरकार के स्तर पर ऐसी किसी लीक की आशंका को खारिज ही किया गया है और दावा किया गया है कि सबकुछ कुशलतापूर्वक संपन्न किया गया है. अब सोशल मीडिया पर जो क्वेश्चन पेपर वायरल हैं, उनकी भी जांच कराई जाएगी.
अध्यक्ष रेणुका मिश्रा ने कहा है कि, 'हमारे पास भी सभी वायरल चीजे हैं, जो सवाल वायरल हुए हैं वह क्वेश्चन पेपर में कितने आए हैं और यह परीक्षा से पहले, बाद में या दौरान वायरल हुए हैं इनकी भी जांच की जा रही है. हम सभी तथ्यों की जांच कर रहे हैं. 48 लाख बच्चों के भविष्य का सवाल है, किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे. लेकिन सोशल मीडिया पर जो तथ्य बताए जा रहे हैं उनकी जांच होना जरूरी है.'
अबतक 200 से ज्यादा गिरफ्तार
पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में अनुचित साधनों के इस्तेमाल का मामला हो या ऐसी किसी साजिश को रचने का, 15 फरवरी से लेकर अबतक 244 लोगों को या तो अरेस्ट किया गया है, या हिरासत में लिया गया है. आपको बता दें कि दो दिनों में दो पालियों में हुई इस परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए हैं.
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