उत्तर प्रदेश के 21 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. बिन मौसम आई बारिश से राप्ती, रोहिन और सरयू खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को गोरखपुर के बड़हलगंज पहुंचे. यहां पर उन्होंने बाढ़ पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण किया. बच्चों को दुलार के साथ चॉकलेट दी और ग्रामीणों को इस बात का भरोसा दिलाया कि सरकार हर दुख-दर्द में उनके साथ खड़ी है. शुक्रवार यानी आज वे गोरखपुर के सदर, कैंपियरगंज और सहजनवां में बाढ़ पीड़ितों से मिलेंगे और उनका हाल जानेंगे. इस दौरान वे लोगों के बीच राशन किट का वितरण भी करेंगे.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर जनपद में राप्ती, सरयू और रोहिन नदियों में आई बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण किया. इस दौरान उन्होंने गोरखपुर, बस्ती, संत कबीर नगर और सिद्धार्थ नगर जिलों के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हाल जाना. इस दौरान गोला तहसील के बड़हलगंज विकासखंड में बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों में बाढ़ राहत सामग्री बांटी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में आई बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ित परिवारों के साथ है.
ध्यान देने वाली बात है कि राज्य के 21 जिलों के सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. राज्य में गंगा, शारदा, घाघरा, राप्ती और कुआनो समेत अनेक नदियां उफान पर हैं और विभिन्न जिलों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि सभी प्रभावित परिवारों को युद्धस्तर पर राहत सामग्री वितरित की जाए. साथ ही राहत एवं बचाव कार्य के लिए नाव एवं मोटर बोट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए. इसके अलावा बाढ़ या अन्य आपदा से मृत्यु होने पर पीड़ित परिवार को चार लाख रुपये की सहायता दी जाए.
मुख्यमंत्री ने संत कबीर नगर में धनघटा तहसील क्षेत्र में नदी तटबंध के उस पार रहने वाले लोगों को हर साल बाढ़ आपदा की स्थिति से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर बसाने की कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ का पानी हटते ही प्रभावित क्षेत्र में साफ-सफाई का व्यापक कार्यक्रम चलाया जाए.
राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराये गये विवरण के अनुसार प्रदेश में विगत 24 घंटों में अतिवृष्टि से दो लोगों की मौत हो गई.
ये जिले हैं बाढ़ से प्रभावित
वर्तमान में प्रदेश के 21 जनपद बाढ़ प्रभावित हैं. इनमें बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, गोण्डा, बहराइच, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, आजमगढ़, महराजगंज, बरेली, बस्ती, संत कबीर नगर, अयोध्या, मऊ, कुशीनगर, बलिया, अम्बेडकर नगर, पीलीभीत, देवरिया तथा शाहजहांपुर शामिल हैं.
गंगा नदी बदायूं (कचला ब्रिज) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं, शारदा नदी लखीमपुर खीरी (पलियाकलां एवं शारदानगर) में, घाघरा नदी बाराबंकी (एल्गिन ब्रिज), अयोध्या और बलिया (तुर्तीपार) में, राप्ती नदी बलरामपुर, सिद्धार्थनगर (बांसी) और गोरखपुर (रिगौली व बर्ड घाट) में, बूढ़ी राप्ती नदी सिद्धार्थनगर (ककरही) एवं कुन्हरा नदी सिद्धार्थ नगर (उसका बाजार), रोहिन नदी महराजगंज (त्रिमोहिनीघाट) तथा कुआनो नदी गोण्डा (चन्द्रदीप घाट) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
(इनपुट: भाषा)
बाढ़ पीड़ितों का दर्द बांटने पहुंचे CM योगी, बच्चों को चॉकलेट देकर किया दुलार, कही ये बात
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