UP News: उत्तर प्रदेश के अमेठी में दलित शिक्षक सुनील समेत उनकी पत्नी और दोनों मासूम बच्चियों की हत्या का खुलासा हो चुका है. आरोपी चंदन वर्मा ने ही सुनील के पूरे परिवार को गोलियां मारी थी. दरअसल सुनील की पत्नी पूनम और चंदन वर्मा के बीच प्रेम-संबंध था. इसमें विवाद के बाद चंदन वर्मा ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था.
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बता दें कि अब पीड़ित परिवार की मदद के लिए योगी सरकार आगे आई है. योगी सरकार ने पीड़ित परिवार की मदद के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया है. योगी सरकार ने आर्थिक सहायता के साथ-साथ पीड़ित परिवार को घर और कृषि भूमि देने का भी ऐलान किया है.
योगी सरकार पीड़ित दलित परिवार की मदद को आगे आई
अमेठी हत्याकांड के पीड़ित परिवार को योगी आदित्यनाथ सरकार की मदद मिली है. योगी सरकार द्वारा मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पीड़ित के परिजनों को पांच लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी. इसके साथ ही अनुसूचित जाति/जनजाति उत्पीड़न के मुआवजे के तौर पर पीड़ित परिवार को 33 लाख रुपये की मदद भी योगी सरकार द्वारा दी जाएगी.
पीड़ित परिवार के परिजनों को मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत एक घर भी सरकार की तरफ से दिया जएगा और 1.1 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि भी योगी सरकार पीड़ित परिवार को देगी.
क्या था पूरा मामला?
ये पूरा मामला अमेठी के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी चौराहे से सामने आया है. यहां रायबरेली जनपद के रहने वाले सुनील भारती अपनी पत्नी पूनम भारती और दो छोटे बच्चों, 8 साल की दृष्टि और दो साल की बच्ची के साथ किराए के मकान में रहते थे. सुनील सरकारी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक थे. पिछले दिनों इस पूरे परिवार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्यारे ने सुनील और पूनम की मासूम बच्चियों को भी नहीं छोड़ा था.
इस मामले में पुलिस ने आरोपी चंदन वर्मा को पकड़ा था. जांच में सामने आया था कि चंदन वर्मा और पूनम के बीच काफी लंबे समय से संबंध थे, जिसका सुनील विरोध कर रहा था. इसी में चंदन और पूनम के बीच विवाद हो गया और पूनम ने चंदन के खिलाफ छेड़खानी, मारपीट और एसटी-एसटी एक्ट में केस दर्ज करवा दिया. इसके बाद चंदन ने इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दे दिया.
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