उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में मुस्लिम युवक बाबर अली की हत्या मामले में ट्विस्ट आ गया है. एक तरफ बीजेपी की जीत का जश्न हत्या की वजह बताया जा रहा है, तो दूसरी तरफ पुलिस की थ्योरी अलग कारण की ओर भी इशारा करती नजर आ रही है. बता दें कि इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
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इस बीच योगी सरकार ने मृतक बाबर के परिवार को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि सीएम योगी ने बाबर की मौत पर शोक जताया था और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की थी. उन्होंने अधिकारियों को मामले की निष्पक्ष जांच करने का निर्देश दिया है.
आपको बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को पूर्ण बहुमत मिलने पर कुशीनगर जिले के रामकोला थाने के कठघरही गांव में मिठाई बांटने और जश्न मनाने पर बाबर अली (25) की उन्हीं के समुदाय के कुछ पड़ोसियों ने जमकर पिटाई की, जिसके बाद लखनऊ में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
मृतक बाबर के परिजनों के मुताबिक, पड़ोस में रहने वाले मुस्लिम समाज के ही पट्टीदार इस बात से नाराज थे कि बाबर विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी का प्रचार कर रहा है, चुनाव प्रचार के दौरान पट्टीदारों ने कई बार बाबर को धमकाया था.
मामले पर पुलिस ने क्या कहा?
कुशीनगर पुलिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, अपर जिलाधिकारी और अपर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर की संयुक्त जांच में पाया गया कि इससे पहले फरवरी महीने में बाबर और आरोपियों के बीच नाली को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें कार्रवाई की गई थी.
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