अयोध्या गर्भवती शिक्षिका मर्डर केस: 22 मिनट में हुई थी वारदात, अनसुलझे सवाल बन रहे चुनौती

बनबीर सिंह

• 09:35 AM • 04 Jun 2022

उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद में गर्भवती शिक्षिका की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. 22 मिनट की यह एक ऐसी अनसुलझी…

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उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद में गर्भवती शिक्षिका की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. 22 मिनट की यह एक ऐसी अनसुलझी घटना है, जिसने अपने पीछे ढेरों सवाल खड़े कर दिए और इन सवालों को सुलझाए बिना हत्यारे और घटना के पीछे छुपे कारणों तक पहुंचना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है.

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ऊपर से यह घटना उस समय हुई जब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद अयोध्या में मौजूद थे. लिहाजा मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सीधे ट्वीट कर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए तो उनकी पार्टी के नेता अब आधी आबादी की सुरक्षा को लेकर सरकार पर सवाल खड़ा कर रहे हैं.

अयोध्या के श्री राम पुरम कॉलोनी में एक जून को 31 साल की गर्भवती शिक्षिका सुप्रिया वर्मा को उसके घर पर बड़ी बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया. उसके गर्दन और शरीर पर हत्यारों ने नुकीले और धारदार हथियारों से 2 दर्जन से अधिक वार किए. जिस समय यह घटना घटी उस समय घर के ऊपर कई मजदूर काम कर रहे थे. आसपास सटे कई मकान हैं लेकिन इस घटना की जानकारी किसी को नहीं हुई.

सुप्रिया की मां को लेकर उसका पति 10 बजकर 52 मिनट पर एटीएम लेने बैंक गए और 11 बजकर 14 मिनट पर वापस लौट आये. यानि जो कुछ हुआ इन्हीं 22 मिनटो के बीच हुआ और इसमें हत्यारे फरार भी हो गए.

हत्यारों ने आलमारी के लाकर को भी कोड से खोला और सुप्रिया और उसकी मां के जेवर और एक लाख रुपये लुट लिए. सुप्रिया के शरीर पर दो दर्जन से अधिक घाव बताते हैं कि हत्यारे का मकसद लूटना नहींस बल्कि हत्या करना था. जिस तरह नुकीले और धारदार दो हथियारों का प्रयोग हुआ, शरीर पर 22 से अधिक वार किये गए, यह बताता है कि हत्यारों को सुप्रिया से कितनी नफरत रही होगी.

हत्यारों ने उसकी गर्दन के पीछे और आगे दोनों तरफ ही नहीं, बल्कि गर्भवती सुप्रिया के पेट पर भी अनगिनत वार किए. घटना की सूचना पुलिस को लगभग डेढ़ घंटे बाद मिली. शुरू में परिजनों को लगा कि बच्चे का मिसकैरेज हुआ है इसीलिए वह लगातार डॉक्टरों से मिसकैरेज की बात कर रहे थे, जबकि डॉक्टरों ने साफ कहा कि यह हत्या का मामला है. इसके बाद पुलिस ने शव को ट्रामा सेंटर से अपने कब्जे में लिया और उसके बाद घटनास्थल पहुंची.

लखनऊ के एडीजी जोन बृजभूषण शर्मा ने कहा कि अधिकारी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं. वहां जो मजदूर काम कर रहे थे, उन पर फोकस है.इस घटना का बहुत जल्द खुलासा होगा. इसमें किसी करीब के लोगों की सूचना है. हम अभी किसी भी तरीके का कोई जवाब नहीं दे सकते हैं.लड़की की मां और उसका पति घर से बाहर गया था. इस बीच उनके पिता का दोस्त भी वहां आ गया था.

एडीजी ने कहा कि बहुत ही घनी आबादी है. वहां घर के ऊपर पांच से छह लेबर कार्य कर रहे थे, किसी को कोई जानकारी नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि हम अभी इस स्टेज में हम इतना ही कह सकते हैं कि जल्द खुलासा होगा.

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