Banda News: देवरानी और जेठानी के रिश्ता में कभी प्यार होता है तो कभी तकरार होती है. मगर कभी-कभी यही तकरार जुर्म की वारदात के तौर पर सामने आ जाती है. कुछ ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के बांदा से सामने आया है. यहां देवरानी और जेठानी के बीच विवाद हो गया. फिर इस विवाद में मर्डर हो गया और देखते ही देखते पूरा परिवार इसकी भेंट चढ़ गया.
ADVERTISEMENT
दरअसल ये मामला साल 2017 में सामने आया था. जेठानी पर आरोप लगा था कि उसने अपनी देवरानी को मिट्टी का तेल डालकर जला डाला और उसकी हत्या कर दी. देवरानी की तड़प-तड़प कर मौत हो गई. मामला पुलिस को पता चला तो पुलिस ने जांच करके जेठानी को फौरन गिरफ्तार कर लिया. अब करीब 6 साल बाद कोर्ट ने जेठानी को दोषी मानते हुए सजा सुनाई है.
पहले जानिए पूरा मामला
5 जनवरी साल 2017 के दिन पुलिस को खबर मिलती है कि शहर कोतवाली क्षेत्र के फूटा कुआं की रहने वाली चित्रा देवी की जलकर मौत हो गई है. पुलिस मौके पर पहुंची है. पता चलता है कि जेठानी गीता देवी उर्फ नीता से मकान निर्माण को लेकर देवरानी चित्रा का विवाद हो रहा था. जिस समय घटना हुई, उस समय दोनों घर में अकेली थीं.
जांच में सामने आया कि दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि जेठानी गीता ने गुस्से में आकर देवरानी को जिंदा जला डाला. देवरानी की तड़प-तड़प पर मौत हो गई. मृतका के पिता ने जेठानी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करवाया. पुलिस ने आरोपी जेठानी को अरेस्ट कर लिया और मामले की जांच के बाद चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी.
यूं मिली जेठानी को सजा
बता दें कि पुलिस ने पति को पहले से ही जांच से बाहर कर दिया था. इस केस में अभियोजन ने 11 गवाह पेश किए. इस दौरान 5 जज बदले गए अब आखिर में जिला जज की कोर्ट ने आरोपी जेठानी को दोषी पाते हुए उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है. इसके साथ ही दोषी जेठानी के ऊपर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
ADVERTISEMENT