यूपी पुलिस का दावा- यह TET अभ्यर्थियों की तस्वीर नहीं, पोस्ट करने वालों पर ले रही है ऐक्शन

राम प्रताप सिंह

• 05:24 AM • 29 Nov 2021

उत्तर प्रदेश में रविवार को होने वाली 2021 की यूपी अध्यापक पात्रता परीक्षा (UPTET) प्रश्न पत्र लीक होने के चलते रद्द कर दी गई थी.…

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उत्तर प्रदेश में रविवार को होने वाली 2021 की यूपी अध्यापक पात्रता परीक्षा (UPTET) प्रश्न पत्र लीक होने के चलते रद्द कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने विभिन्न जिलों से 29 लोगों को गिरफ्तार किया है. जहां एक ओर यूपी सरकार का दावा है कि इस मामले में सख्त करवाई की जाएगी वहीं विपक्ष का आरोप है कि यूपी में लगातार पेपर लीक के मामले सामने आ रहे हैं.

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इस बीच एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसे TET अभ्यर्थियों का बताया जा रहा है. इस तस्वीर में कई लोगों रात के समय जमीन पर सोते दिख रहे हैं. इस तस्वीर को ऐसे शेयर किया जा रहा है कि ये परीक्षा देना आए अभ्यर्थी थे, जिनकी रात ऐसे बीती और सुबह पेपर रद्द हो गया.

वहीं, यूपी पुलिस ने इस तस्वीर का फैक्ट चेक कर दावा किया है कि ये तस्वीर यूपी की नहीं बल्कि राजस्थान की है और जो लोग इसे शेयर कर रहे हैं, उनके खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है. ताजा एक्शन पुलिस ने देवरिया में लिया है. देवरिया पुलिस ने इस तस्वीर को पोस्ट कर अफवाह फैलाने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

क्या है मामला?

दरअसल, सरकार की और से UPTET की परीक्षा रद्द करने के बाद देवरिया जिले के प्रिंस यादव नामक युवक ने फेसबुक पर ‘अपना देवरिया’ नमक पेज से कथित तौर पर एक फोटो पोस्ट की थी. इस फोटो में अत्यधिक संख्या में ‘अभ्यर्थी’ रात के समय जमीन पर सोते दिखाई दे रहे हैं.

मईल थाना क्षेत्र के बगही गांव निवासी प्रिंस ने फोटो शेयर कर लिखा था, “कभी सोचिएगा कि आपको जाड़े की रात ऐसे गुजारनी पड़े हो और सुबह पता चले कि परीक्षा रद्द हो गई. UPTET का पेपर हुआ लीक, परीक्षा रद्द. एक महीने बाद दोबारा होगी परीक्षा. मथुरा, गाजियाबाद, बुलंदशहर के वॉट्सएप पर लीक हुआ था पेपर. STF जांच में जुटी.”

वहीं, देवरिया के एडीशनल एसपी राजेश सोनकर ने दावा कर बताया कि जांच में यह पता चला है कि यह तस्वीर राजस्थान की है और बहुत पुरानी है. उन्होंने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है.

इस मामले में यूपी पुलिस ने 28 नवंबर को एक फेसबुक पोस्ट में लिखा,

“UPTET परीक्षा के संबंध में फेसबुक अकाउंट ‘आपन देवरिया’ से भ्रामक फोटो/तथ्य पोस्ट किए जाने पर deoriapolice द्वारा अभियोग पंजीकृत करते हुए अभियुक्त प्रिंस यादव को गिरफ्तार कर नियमानुसार विधिक कार्रवाई की जा रही है. कृपया भ्रामक पोस्ट कर अफवाह न फैलाएं.

UP Police

आपको बता दें कि इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने भी इस दावे को भ्रामक पाया है. AFWA के मुताबिक, कई मीडिया रिपोर्टों से पता चला है कि यह तस्वीर UPTET के उम्मीदवारों की नहीं, बल्कि ‘बेरोजगार’ युवाओं की है, जो 27 नवंबर को लखनऊ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मिलने के लिए राजस्थान से आए थे.

वहीं, इस तस्वीर का फैक्ट चेक कर यूपी पुलिस ने दावा किया, “वायरल फोटो UPTET के अभ्यर्थियों की नहीं है, बल्कि राजस्थान के युवकों की है. UPTET के परीक्षार्थियों को उनके एडमिट कार्ड के आधार पर सुविधापूर्वक यूपीएसआरटीसी की बसों से घर भेजा जा रहा है और यह परीक्षा राजकीय व्यय पर फिर एक माह में आयोजित कराई जाएगी. कृपया भ्रामक खबर ना फैलाएं.”

सीएम योगी बोले- ‘सरकार लगाएगी रासुका’

देवरिया में रविवार को एक जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमें समाचार मिला कि UPTET की आज परीक्षा थी और एक गिरोह ने कहीं से प्रश्नपत्र लीक कर लिया. हमने पूरी परीक्षा निरस्त करने और पूरे गिरोह को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया. जिन लोगों ने यह शरारत की है उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने जा रहा है और सरकार उनकी संपत्ति जब्त कराने और रासुका के तहत उन्हें निरुद्ध करने जा रही है. कोई कितना बड़ी भी क्यों ना हो, उसके घर पर बुलडोजर चलना तय है.”

गौरतलब है कि है राज्य सरकार ने ऐलान किया है कि रविवार को रद्द की गई UPTET की परीक्षा को एक महीने के भीतर फिर से आयोजित किया जाएगा. बता दें कि इसमें होने वाले खर्च का वहन राज्य सरकार करेगी और अभ्‍यर्थी को दोबारा फॉर्म नहीं भरना पड़ेगा. वहीं, प्रवेश पत्र के आधार पर अभ्यर्थियों को सरकारी बसों में निशुल्क अपने गंतव्य तक जाने का अवसर मिलेगा.

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