यूपी के हमीरपुर जिले में सोमवार को फिल्मी स्टाइल में दिन दहाड़े कलेक्ट्रेट कर्मचारी के बेटे का अपहरण हो गया था. जिसके एवज में किडनैपर्स ने 50 लाख की फिरौती मांगी थी. किडनैपर्स बच्चे को ले जाते समय सीसीटीवी में कैद हो गए थे. अपहरण की सूचना पर पुलिस फौरन ही हरकत में आई और बांदा जनपद से घायल हालत में बच्चे को बरामद कर लिया. किडनैपर्स ने बच्चे को मारने की कोशिश की थी, लेकिन पीछे लगी पुलिस को देख कर वह फरार हो गए.
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अपहरण की यह वारदात हमीरपुर सदर कोतवाली इलाके में विवेक नगर मोहल्ले से हुई थी. यहां दिन के लगभग 12 बजे किडनैपर्स कलेक्ट्रेट में कनिष्ठ लिपिक प्रभात तिवारी के घर में पहुंचे और दरवाजा खुलवाकर लिपिक के 5 वर्षीय इकलौते बेटे वैभव का अपहरण कर ले गए. तभी राघवेन्द्र नाम के पड़ोसी ने बच्चे को पहचान लिया और इसकी सूचना बच्चे के पिता को दे दी.
इसी दौरान बच्चे के पिता के मोबाइल में 50 लाख की फिरौती की डिमांड भी आई थी. तो वहीं हरकत में आई पुलिस सहित पुलिस महकमे के आला अधिकारीयों ने कई टीमें गठित कर जिले की सीमाओं को सील करा दिया और जांच शुरू कर दी. बगल के जनपदों में भी पुलिस एलर्ट मोड में थी. इसी दौरान हमीरपुर और बांदा पुलिस ने जसपुर थाना क्षेत्र से बच्चे को बरामद कर लिया. किडनैपर्स ने बच्चे को मारने की कोशिश की थी क्यूंकि बच्चे के गले में चोट के निशान हैं.
हमीरपुर जिले के नये एसपी सुभम पटेल ने दिन में 11 बजे चार्ज लिया था और 12 बजे दिन में बदमाशों ने घर से बच्चे का अपहरण कर 50 लाख रुपाए की फिरौती मांग कर नए एसपी को जबरदस्त चुनौती दी थी. पर पुलिस ने अपहृत बच्चे को सही सलामत बरामद कर इस चुनौती को फेल कर दिया है. अभी भी अपहरणकर्ता पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.
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