हापुड़ के एक प्राथमिक स्कूल में दो लेडी टीचरों ने दलित छात्राओं की जबरन ड्रेस उतरवा दी. मामले में शिक्षकों को बीएसए ने सस्पेंड कर दिया है. साथ ही पुलिस ने शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. घटना के बाद छात्राओं ने घर आकर परिजनों को पूरा वाकया बताया. परिजनों की शिकायत के बाद बीएसए ने जब मामले की जांच कराई तो आरोप सही पाए जाने के बाद महिला टीचरों को सस्पेंड कर दिया गया है.
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पुलिस ने इन धाराओं में दर्ज किया मुकदमा
पुलिस ने दोनों महिला शिक्षकों के खिलाफ धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने की सजा), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 166 (लोक सेवक द्वारा कानून की अवज्ञा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. इसके अलावा 505 (सार्वजनिक शरारत करने वाले बयान), 355 (किसी व्यक्ति का अपमान करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल, अन्यथा गंभीर उकसावे पर) और धारा 3 (2) (v) के तहत (अत्याचार के अपराधों के लिए दंड) एससी / एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस आगे की जांच में जुट गई है.
ये है पूरी घटना
जनपद हापुड़ के धौलाना ब्लॉक क्षेत्र के कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय दहीरपुर का यह सारा मामला है. जहां 11 जुलाई को रोज की तरह कक्षा चार की दो छात्राएं (बहनें) विद्यालय गई थीं. विद्यालय में ही तैनात दो अद्यपिका वंदना और सुनीता ने दोनों छात्राओं से अपनी ड्रेस उतारकर दूसरी छात्राओं को देने के लिए कहा. आरोप है कि जब इन दोनों छात्राओं ने ड्रेस देने के लिए मना कर दिया तो दोनों अध्यापिकाओं ने इन छात्रोंओ की पिटाई की और जबरन उनकी ड्रेस उतार कर दोनों को विद्यालय में ही निर्वस्त्र कर दिया. उनकी ड्रेस विद्यालय की अन्य छात्राओं को पहनाकर उनके फोटो खींचे गए. साथ ही अध्यापिकाओं द्वारा दोनों छात्राओं का नाम विद्यालय से काटने की भी धमकी दी गई.
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