नोएडा पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच के एक दल की और से एटीएम हैकरों को पकड़ने के बाद, उनसे 20 लाख रुपये और एक क्रेटा कार रिश्वत में लेकर उनको छोड़ने के मामले में पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की. कमिश्नर ने इस मामले में क्राइम ब्रांच के प्रभारी इंस्पेक्टर शावेज खान के साथ मुख्य आरक्षी अमरीश कांत यादव को बर्खास्त कर दिया. साथ ही उन्होंने पूरी स्वॉट टीम को भंग कर लाइन हाजिर किया है. इसके अलावा कमिश्नर ने मेरिट के आधार पर नई स्वॉट टीम के गठन का निर्देश भी दिया है.
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पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर जारी वीडियो और गाजियाबाद पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर यह बात सामने आई है कि गौतमबुद्ध नगर की क्राइम ब्रांच के लोगों ने इस तरह की वारदात को अंजाम दिया है.
क्या है मामला?
अपर पुलिस उपायुक्त लव कुमार ने बताया कि इंदिरापुरम थाना पुलिस ने एटीएम हैकर गिरोह के चार सदस्यों को सोमवार को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने एक क्रेटा कार से घटना को अंजाम दिया था. जब पुलिस ने कार के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि कार नोएडा पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम के पास है.
उन्होंने आगे बताया,
“आरोपियों ने बताया कि तीन महीने पहले नोएडा अपराध शाखा की टीम ने उन्हें पकड़ा था और उस दौरान उनके पास 10 लाख रुपये नकद थे जिसे टीम ने जब्त कर लिया था. उसके बाद उनसे 10 लाख रुपये और लेने के लिए एक टीम उनके घर गई थी. टीम वहां से 10 लाख रुपये और क्रेटा कार लेकर आ गई थी.”
लव कुमार, अपर पुलिस उपायुक्त
लव कुमार के मुताबिक, इस मामले की जांच पुलिस उपायुक्त (अपराध) अभिषेक को सौंपी गई और प्रथम दृष्टया जांच में आरोप सही पाए गए हैं.
सूत्रों ने बताया कि नोएडा पुलिस की टीम ने हैकरों से 50 लाख रुपये की मांग की थी लेकिन 20 लाख रुपये पर समझौता हुआ.
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