UP Board Exam Pattern : यूपी बोर्ड से हाईस्कूल की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए अगले सत्र में एक अहम बदलाव होने वाला है. अब छात्रों को 6 की जगह 10 विषय पढ़ाए जाएंगे. इसमें तीन भाषाओं के अलावा गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के साथ एक व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी अनिवार्य होगा. यूपी बोर्ड ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है. इसे माध्यमिक शिक्षा परिषद की साइट पर अपलोड किया गया है और लोगों से सुझाव मांगे गए हैं. इस बदलाव के बाद आर्ट्स, साइंस, कामर्स जैसे प्रारूप हाईस्कूल में ख़त्म हो जाएंगे.
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देश में पाठ्यक्रम में एकरूपता लाने के लिए यूपी बोर्ड ने कोशिश शुरू कर दी है. अगले सत्र में यूपी बोर्ड में अगले 6 की जगह10 सब्जेक्ट की पढ़ाई होगी. इसके साथ ही कक्षा 9-10 में व्यवसायिक शिक्षा अनिवार्य होगी. माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश ने इसका विस्तृत खाका तैयार कर लिया है. नेशनल एजूकेशन पॉलिसी( NEP) के तहत नेशनल कर्रीकुलम फ़्रेमवर्क (NCF) के अंतर्गत ये बदलाव किया जाएगा जिससे शिक्षा और पाठ्यक्रम में एकरूपता लाने के लिए ये बदलाव काफ़ी अहम साबित होने वाले हैं.
तीन भाषाओं की होगी पढ़ाई
अगले सत्र से क्लास 9 और 10 में 10 सब्जेक्ट पढ़ाए जाएंगे. अभी 6 सब्जेक्ट की पढ़ाई होती है. हर छात्र को तीन भाषा पढ़ना अनिवार्य होगा. हिंदी को सभी छात्रों के लिए अनिवार्य बनाया गया है. इसके अलावा संस्कृत या अंग्रेज़ी में से एक भाषा और देश में बोली जाने वाली 17 भाषाओं में से एक छात्रों के लिए ज़रूरी होगा. यानी कुल मिलाकर तीन भाषाएं पढ़ना छात्रों के लिए ज़रूरी होगा. दूसरा महत्वपूर्ण बदलाव ये होगा कि सभी छात्रों को गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की पढ़ाई करना ज़रूरी होगा. यानी अब तक जो छात्र यूपी बोर्ड में गणित न लेकर पढ़ाई करते थे उनके लिए अब ये विकल्प खत्म हो हुआ है.
वहीं ऑप्शनल सब्जेक्ट में छात्रों को अपनी रुचि और अपनी योग्यता के अनुसार विषय चुनने के लिए कई विकल्प दिए गए हैं. होम साइंस, कृषि, पर्यावरण, मानव विज्ञान, वाणिज्य, कम्प्यूटर में से किसी एक विषय को लिया जा सकता है. वहीं फ़िज़िकल एजूकेशन के अंतर्गत चित्रकला, संगीत, गायन जैसे विषय में से एक लेना होगा.
एग्जाम पैटर्न में भी हुआ बदलाव
छात्रों को रोज़गारपरक शिक्षा देने के लिए व्यावसायिक शिक्षा ज़रूरी होगी. इससे छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार आगे रोज़गार या स्वरोज़गार के लिए मदद मिलेगी. इस कैटगरी में 26 विषय शामिल हैं, जिसमें से छात्र कोई भी विषय चुन सकते हैं. इसके साथ ही परीक्षा में ग्रेडिंग प्रणाली भी लागू हो जाएगी. इन विषयों को शामिल करने से परीक्षा का पूरा पैटर्न भी बदल जाएगा. यानी अभी हाईस्कूल की परीक्षा 600 नम्बर की होती है इस बदलाव के बाद ये 1000 नम्बर का होगा. बोर्ड ने अपनी साइट पर इस प्रस्ताव को अपलोड किया है. साथ ही 29 जून तक इसके बारे में सुझाव मांगे हैं. सुझावों पर विचार करने के बाद अगले सत्र के लिए ये लागू कर दिया जाएगा.
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