Akhilesh Yadav News: आगामी लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. सियासी दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं. सबकी नजरें 80 लोकसभा वाले राज्य उत्तर प्रदेश पर हैं. एक कहावत काफी मशहूर है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होते हुए जाता है. इसका मतलब साफ है कि अगर किसी भी सियासी दल को केंद्र में सत्ता हासिल करनी है, तो उसे यूपी में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतनी होंगी. यूपी में फिलहाल भाजपा के नेतृत्व वाले NDA, सपा के नेतृत्व वाले INDIA और मायावती की पार्टी बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. इस बीच सियासी दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करनी शुरू कर दी है. वहीं, लोग इस बात को जानने में भी उत्सुकता रख रहे हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव सपा चीफ अखिलेश यादव लड़ेंगे या नहीं और अगर लड़ेंगे तो वह कौनसी सीट होगी?
ADVERTISEMENT
इसी सवाल का जवाब तलाशने की यूपी Tak ने कोशिश की. आपको बता दें कि सूत्रों के हवाले से हमें पता चला है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव यूपी की आजमगढ़ सीट से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
अखिलेश यादव आजमगढ़ से ही क्यों लड़ सकते हैं?
आपको बता दें कि आजमगढ़ लोकसभा सीट सपा का गढ़ हुआ करती थी. 2019 में अखिलेश यहां से संसद चुने गए थे. मगर 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में करहल से विधायक बनने के बाद अखिलेश ने संसद की सदस्य्ता से इस्तीफा दिया था. इसके बाद हुए उपचुनाव में भाजपा ने सपा के गढ़ में सेंध लगाई और भोजपुरी सुपरस्टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ यहां से सांसद बने. निरहुआ ने अखिलेश के चचेर भाई धर्मेंद्र यादव को चुनाव हराया. तब यह कहा गया कि सपा की हार की वजह बसपा प्रत्याशी गुड्डू जमाली बने थे. दरअसल, गुड्डू जमाली के लड़ने से मुस्लिम वोटों का बंटवारा हुआ था, जिसका फायदा निरहुआ को मिला था.
फिर मजबूत होगा आजमगढ़ में सपा का यह समीकरण
मगर अब अखिलेश ने बसपा नेता गुड्डू जमाली को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है. ऐसा करने से सपा का M-Y (मुस्लिम-यादव) समीकरण यहां फिर से मजबूत हो सकता है. इसी आधार पर सियासी गलियारों यह चर्चा है कि अखिलेश यादव आजमगढ़ से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. वहीं, एक चर्चा यह भी है कि अखिलेश कन्नौज से भी चुनाव लड़ सकते हैं. अब देखना यह रोचक होगा कि अखिलेश कौनसी सीट से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ते हैं.
ADVERTISEMENT