UP Political News: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन के बैनर तले एक साथ लड़ रहे हैं. कांग्रेस को इस गठबंधन में यूपी की 80 में से 17 लोकसभा सीटें मिली हैं. पर अबतक कांग्रेस ने इन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान नहीं किया है. सबकी नजर रायबरेली और अमेठी की सीट पर है, जिसे गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है. इस बार सोनिया गांधी के राज्यसभा चले जाने से रायबरेली सीट भी खाली हो गई है. लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने 39 कैंडिडेट्स की जो पहली लिस्ट जारी की, उसमें राहुल गांधी को वायनाड से टिकट मिला. फिर चर्चा शुरू हुई कि क्या 2019 की तरह राहुल गांधी वायनाड और अमेठी, दोनों सीटों पर चुनाव लड़ेंगे? इस बीच राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की चुनावी दावेदारी को लेकर एक नई खबर सामने आई है.
ADVERTISEMENT
ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नाम का प्रस्ताव क्रमशः अमेठी और रायबरेली सीट के लिए कर सकती है. पर इस मामले में अंतिम फैसला गांधी परिवार पर ही छोड़ दिया गया है. कांग्रेस की अब तक दो सीईसी बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश अभी भी चर्चा में शामिल नहीं हुआ है.
वैसे यूपी के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की दो बैठकें हो चुकी हैं. ऐसा माना जा रहा है कि यूपी के संभावित उम्मीदवारों के नाम करीब-करीब तय हैं और सूची फाइनल ही होने वाली है. राज्य चुनाव समिति (पीईसी) ने कुछ सीटों पर एक नाम और अन्य पर कई नाम भेजे हैं. एक और बैठक में अंतिम रूप से इस सूची पर मुहर लगेगी.
सूत्रों ने हमारे सहयोगी इंडिया टुडे को बताया कि उत्तर प्रदेश चुनाव समिति (पीईसी) ने एक प्रस्ताव रखा है. इसमें कहा गया है कि अमेठी, रायबरेली और राज्य के सभी कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी क्रमशः अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़ें. प्रस्ताव स्क्रीनिंग कमेटी को भेज दिया गया है. स्क्रीनिंग कमेटी ने प्रस्ताव के बारे में चर्चा की है और आगामी तीसरी बैठक में इसे केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) को भेजने की संभावना है.
स्क्रीनिंग कमेटी के एक सदस्य ने कहा, "हम प्रस्ताव देंगे कि कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता चाहते हैं कि राहुल और प्रियंका गांधी अपने उस गढ़ से चुनाव लड़ें, जहां दशकों से उनके परिवार के सदस्य जुड़े हुए हैं." एक अन्य सूत्र ने पुष्टि करते हुए कहा कि पहले की तरह अंतिम निर्णय गांधी परिवार को ही लेना है.
कांग्रेस की लिस्ट में हो सकते हैं ये दिग्गज नाम भी
इस सूची में दूसरे बड़े नाम जो शामिल हो सकते हैं, उनमें फतेहपुर सीकरी से पूर्व सांसद और प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और सहारनपुर से कांग्रेस में लौटे इमरान मसूद का जिक्र है. पीईसी की ओर से मौजूदा विधायक वीरेंद्र चौधरी का नाम महराजगंज से प्रस्तावित किया गया है. अंतिम तैयारी अभी भी चल रही है और 15 मार्च को अगले सीईसी में उत्तर प्रदेश पर चर्चा हो सकती है.
वैसे अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि कांग्रेस अपने-अपने सहयोगी दल सपा को सलमान खुर्शीद के गृह क्षेत्र फर्रुखाबाद वाली एक और सीट देने के लिए मना पाएगी या नहीं. इस सीट के सपा को मिल जाने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता ने एक इमोशनल ट्वीट किया था. साथ ही उन्होंने किसी और सीट से चुनाव लड़ने से इनकार भी कर दिया था.
ADVERTISEMENT