क्या यूपी में घटकर 40 सीटों पर आ जाएगी BJP? योगेंद्र यादव ने दिया लेटेस्ट चुनावी आंकड़ा

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29 May 2024 (अपडेटेड: 29 May 2024, 05:41 PM)

कई राजनीतिक जानकार अनुमान लगाकर यूपी को लेकर अपने-अपने आंकड़े साझा भी कर रहे हैं. इस बीच राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने यूपी Tak के सहयोगी न्यूज Tak से खास बातचीत में यूपी को लेकर बड़ा अनुमान लगाया है, जिसे आप खबर में आगे जान सकते हैं.

Picture: Yogendra Yadav

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Yogendra Yadav on UP Loksabha Election Result: लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में खलबली मची हुई है. सूबे में इस बार 7 चरणों में मतदान होना है जिनमें से 6 फेज की वोटिंग संपन्न हो गई है. अब एक जून को सातवें और आखिरी फेज का मतदान होगा जबकि चार जून को नतीजे घोषित हो जाएंगे. इन दिनों यूपी के लोग नतीजों से पहले ही परिणाम जानने के लिए उत्सुक नजर आ रहे हैं. ऐसे में कई राजनीतिक जानकार अनुमान लगाकर यूपी को लेकर अपने-अपने आंकड़े साझा भी कर रहे हैं. इस बीच राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने यूपी Tak के सहयोगी न्यूज Tak से खास बातचीत में यूपी को लेकर बड़ा अनुमान लगाया है, जिसे आप खबर में आगे जान सकते हैं.

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ये है योगेंद्र यादव का यूपी को लेकर अनुमान

Tak चैनल्स के क्लस्टर हेड नीरज गुप्ता के सवाल 'इस बार यूपी में क्या होने जा रहा है?' के जवाब में योगेंद्र यादव ने कहा, "इस बात में कोई दो मत नहीं है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अलोकप्रिय नहीं हैं, वहां भाजपा ने जो राशन बांटा है इसका उसे फायदा मिल सकता है. मगर वहां सबसे बड़ा मुद्दा भाजपा सांसदों की नाराजगी का है. यूपी में भाजपा के सांसदों से जनता नाराज है, जिसका खामियाजा उसे सीटों के नुकसान में हो सकता है. तो ऐसे में मैं कह सकता हूं कि यूपी में इस बार भाजपा 50 से 52 सीटें पर सिमट सकती है. और अगर ज्यादा नुकसान हुआ तो यह आंकड़ा 40 से 42 तक जा सकता है." मालूम हो कि 2019 में भाजपा के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन ने यूपी में 64 सीटें जीती थीं. बाद में हुए उपचुनाव में भाजपा ने आजमगढ़ और रामपुर सीट पर पर जीत हासिल की थी. इसके बाद यह आंकड़ा 66 हो गया था.

 

 
योगेंद्र यादव ने अपने अनुमान को साबित करने के लिए तर्क देते हुए कहा, "मैंने यूपी में करीब 1000 किलोमीटर की यात्रा की. मुझे इस दौरान सिर्फ एक शख्स को छोड़कर कोई भी यह कहता हुआ नजर नहीं आया कि मैंने पिछली बार भाजपा को वोट नहीं दिया था, लेकिन इस बार दूंगा. मगर ऐसा सपा और कांग्रेस को लेकर नहीं दिखा. इसके अलावा बसपा खुद में कमजोर होती नजर आ रही है और उसका वोट इस बार सपा और कांग्रेस के पाले में जाता हुआ दिख रहा है."
 

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