Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भव्य और दिव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. 22 जनवरी के दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी हो जाएगी. बता दें कि राम मंदिर में सोने के दरवाजे लगाए गए हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस कंपनी ने राम मंदिर के लिए गेट तैयार किए हैं. उस कंपनी के एमडी यानी मैनेजिंग डायरेक्टर ने इसके लिए इंटरव्यू दिया था. राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से एमडी के कई इंटरव्यू लिए गए थे, जिसके बाद उन्हें और उनकी कंपनी को इस काम के लिए तय किया गया था.
ADVERTISEMENT
हैदराबाद की कंपनी अनुराधा टिंबर इंटरनेशनल ने बनाए हैं गेट
बता दें कि राम मंदिर के दरवाजों के निर्माण की जिम्मेदारी हैदराबाद की कंपनी अनुराधा टिंबर इंटरनेशनल को मिली थी. कंपनी के एमडी सरथ बाबू ने खुद गेट निर्माण की प्रकिया में शामिल रहे थे. दरअसल उनकी कंपनी को मंदिर ट्रस्ट ने ये काम ऐसे ही नहीं सौंप दिया था.
बता दें कि राम मंदिर के दरवाजों का निर्माण करने के लिए कई कंपनियों ने राम मंदिर ट्रस्ट से संपर्क किया था. मंदिर ट्रस्ट की तरफ से फिर सभी कंपनियों के अधिकारियों के इंटरव्यू लिए गए. तमाम इंटरव्यू हो जाने के बाद मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर के दरवाजे बनाने वाली कंपनी का नाम फाइलन किया. अनुराधा टिंबर इंटरनेशनल कंपनी की तरफ से खुद कंपनी के एमडी सरथ बाबू ने इंटरव्यू दिए थे और आखिर में उनकी कंपनी को ये काम मिला था.
राम मंदिर के लिए 18 दरवाजों का निर्माण किया
सरथ बाबू ने बताया, हमने गोल्ड लिफ्ट वाले, गर्भ ग्रह वाले और मंडपों-सिंह द्वार वाले दरवाजें बनाएं हैं. इन सभी दरवाजों को मिलाकर 14 गेट का निर्माण कंपनी ने किया है. इन गेटों पर सोना किसी दूसरी कंपनी ने लगाया है. सरथ बाबू ने आगे बताया, राम मंदिर में 4 गेट तिजोरी के लिए भी बनाएं गए हैं. ऐसे में राम मंदिर में कंपनी ने कुल 18 दरवाजों का निर्माण किया है.
1 हजार साल तक मंदिर के गेट सुरक्षित
कंपनी के एमडी का कहना है कि राम मंदिर के दरवाजों को इतना मजबूत बनाया गया है कि आने वाले 1 हजार साल तक इनको कुछ नहीं होगा और राम मंदिर के गेट सुरक्षित रहेंगे. राम मंदिर के गेटों में सांगवान का लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है. कंपनी के एमडी के मुताबिक, गेट पर हुई नक्काशी भी हमारी कंपनी ने ही की है.
ADVERTISEMENT