Uttar Pradesh News : अयोध्या में बन रहे राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए 22 जनवरी 2024 के शुभ दिन को चुना गया है. राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरो पर है. राम मंदिर के लिए 30 लोगों को अर्चक के रूप में चुना गया है, जिसमें गाजियाबाद के छात्र मोहित पांडे को मुख्य अर्चक बनाया गया है. इस वक्त मोहित पांडे सोशल मीडिया पर काफी चर्चा का विषय बने हुए हैं. कथित तौर पर मंदिर के पुजारी से जोड़कर एक अश्लील तस्वीर वायरल की जा रही है. वैसे इस तस्वीर को डीपफेक बताया जा रहा है.
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पुलिस ने लिया ये एक्शन
इस वायरल पोस्ट को लेकर पुलिसिया एक्शन भी देखने को मिला है. अयोध्या पुलिस का साइबर सेल मामले की जांच कर रहा है. उधर गुजरात पुलिस के साइबर सेल ने अहमदाबाद के एक कथित कांग्रेस नेता को अश्लीला फोटो वायरल करने के मामले में अरेस्ट किया है. यूपी Tak ने इस मामले को लेकर राम मंदिर ट्रस्ट से संपर्क कर इसका सच जानना चाहा.
राम मंदिक ट्रस्ट ने दी ये जानकारी
सोशल मीडिया पर अश्लील फोटो वायरल होने के बाद यूपी तक ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से संपर्क किया. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने वायरल तस्वीर पर साफ तौर पर कुछ नहीं कहा पर इतनी जानकारी दी कि दिल्ली के रहने वाले मोहित पांडे का चयन राम मंदिर के मुख्य पुजारी के लिए हुआ है.अयोध्या पुलिस ने ट्वीट करके साइबर सेल द्वारा जांच की बात तो कही है लेकिन इस मामले पर फिलहाल कुछ बोलने को तैयार नहीं है. ट्रस्ट की निगाह भी इस मामले की जांच पर लगी है. जांच के बाद अगर कुछ इस तरह की बात सामने आती है तो वह अपने स्तर से भी कार्रवाई करेगा.
तस्वीर वायरल होने के बाद हुआ ये एक्शन
राम मंदिर के पुजारी से जोड़ते हुए आपत्तिजनक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करने वाले कांग्रेस नेता को गुजरात में गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी नेता का नाम हितेंद्र पीठडीया है. आरोप है कि पीठडीया ने राम मंदिर के पुजारी मोहित पांडेय के नाम पर फर्जी और अश्लील तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल किया था. गुजरात पुलिस ने हितेंद्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 469, 509, 295A और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है.
कौन हैं मोहित पांडे?
गाजियाबाद के रहने वाले मोहित पांडेय को हाल ही में राम मंदिर का मुख्य अर्चक नियुक्त किया गया है. कड़ी परीक्षा से बाद उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है. 3000 लोगों के साक्षात्कार के बाद इस पद के लिए चुने गए 30 लोगों में से मोहित पांडेय को चुना गया है. नियुक्ति से पहले उन्हें 6 महीने के प्रशिक्षण से गुजरना होगा. उन्होंने गाजियाबाद के दूधेश्वर वेद विद्यापीठ में 7 साल तक पढ़ाई की है.
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