Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन 22 जनवरी के दिन होने वाला है. इस कार्यक्रम में विपक्षी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया था. मगर सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली. मगर विपक्षी दलों के नेता और कार्यकर्ता राम मंदिर कार्यक्रम से दूरी नहीं बना पा रहे हैं और अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन कर रहे हैं.
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बता दें कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था. मगर अब अखिलेश ने भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम से दूरी बना ली है. मगर सपा के ही विधायक अब अयोध्या जा पहुंचे हैं. सपा के इस बड़े नेता ने अयोध्या पहुंचकर रामलला के दर्शन भी किए हैं और मंदिर निर्माण को सनातनियों के लिए सुखद क्षण भी बताया है.
सपा विधायक पहुंचे राम नगरी अयोध्या
हम बात कर रहे हैं अमेठी के गौरीगंज विधानसभा से सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह की. सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह अयोध्या पहुंच गए और खुद इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया X पर दी.
सपा विधायक ने ट्वीट किया, अयोध्या धाम में अपने आराध्य प्रभु श्रीराम के बन रहे श्रीराम मंदिर को देखकर मन अत्यंत ही प्रफुल्लित है, सैकड़ों वर्षों के कठिन प्रतीक्षा के बाद अब प्रभु रामलला अपने मंदिर में विराजेंगे. यह निश्चित रूप से समस्त सनातनियों के लिये सबसे सुखद क्षण है.
सपा विधायक ने अगले ट्वीट में कहा, हनुमानगढ़ी, अयोध्या धाम में महाबली बजरंगबली के दर्शन-पूजन का सौभाग्य प्राप्त हुआ. प्रभु श्री बजरंगबली की कृपा सभी भक्तजनों पर बनी रहे.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी छोड़ी पार्टी
बता दें कि कांग्रेस ने भी राम मंदिर कार्यक्रम से दूरी बना ली है. कांग्रेस ने राम मंदिर का आमंत्रण ठुकरा दिया है. अब कांग्रेस के अंदर से भी पार्टी के इस फैसले के खिलाफ गुस्सा दिख रहा है. कई कांग्रेसी नेता ही अपनी पार्टी के इस फैसले के खिलाफ बोल और लिख रहे हैं. दूसरी तरफ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में भी इसको लेकर गुस्सा है. राजस्थान में कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस छोड़ दी है.
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