Ayodhya Ram Mandir: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में रोड शो कर रहे थे. तभी एक तस्वीर ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा. दरअसल अयोध्या के कुछ मुस्लिम लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फूल बरसा रहे थे. इनका नेतृत्व इकबाल अंसारी कर रहे थे. इकबाल अंसारी, आपने भी ये नाम अक्सर सुना होगा. जब-जब बाबरी मस्जिद-राम मंदिर विवाद सामने आया, इकबाल अंसारी का नाम चर्चाओं में रहा. ऐसे में आप भी सोचते होंगे कि आखिर ये इकबाल अंसारी हैं कौन? जिनका नाम हमेशा अयोध्या विवाद में चर्चाओं में आता रहा है.
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उससे पहले हम आपको ये भी बता देते हैं कि अब राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से इकबाल अंसारी को राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण भी मिल गया है. ऐसे में एक बार फिर इकबाल अंसारी का नाम चर्चाओं और सुर्खियों में आ गया है.
जानिए आखिर कौन हैं ये इकबाल अंसारी
बता दें कि इकबाल अंसारी बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार में से एक रहे हैं. इससे पहले इकबाल अंसारी के पिता हाशिम अंसारी ने कोर्ट में बाबरी मस्जिद का केस लड़ा और वह इस केस में मुख्य पक्षकार बनकर सामने आए थे.
बता दें कि हाशिम अंसारी बाबरी मस्जिद-जन्मभूमि केस के सबसे उम्रदराज वादी थे. साल 2016 में 95 साल की उम्र में हाशिम अंसारी की मौत हो गई थी. इसके बाद इस केस की कमान उनके बेटे इकबाल अंसारी ने संभाली और वह कोर्ट में ये केस लड़ते रहे.
प्राण प्रतिष्ठा का न्योता मिलने पर क्या बोले इकबाल अंसारी
इकबाल अंसारी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का न्योता मिल चुका है. अब इकबाल अंसारी राम मंदिर के दर्शन करने भी जाएंगे. इकबाल अंसारी का कहना है कि वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. इसलिए वह मंदिर के अंदर जाएंगे और रामलला के दर्शन भी करेंगे. मेरे मंदिर जाने को लेकर अगर कोई कुछ भी कहता है, तो मुझे उसकी चिंता नहीं है.
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