Ayodhya Ram Mandir: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के सोलापुर में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान पीएम अयोध्या के राम मंदिर का जिक्र कर भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि रामलला के दर्शन टेंट में करने की दशकों की पीड़ा अब दूर होने जा रही है. बता दें कि 22 जनवरी को राम मंदिर में पीएम मोदी रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे और इसके बाद मंदिर भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा.
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पीएम मोदी ने कहा, “22 जनवरी को वो ऐतिहासिक क्षण आने वाला है, जब हमारे भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजने जा रहे हैं. हम सब के आराध्य के दर्शन टेंट में करने की दशकों पुरानी पीड़ा अब दूर होने जा रही है. राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले संतों के मार्ग दर्शन में मैं अपने यम नियमों में व्यस्त हूं. उसका कठोरता से पालन करता हूं. आपके आशीर्वाद से इन 11 दिनों में मैं वो साधना कर सकूं, ताकि मेरी साधना में कोई कमी न रह जाए. इस पवित्र कार्य को करना का मुझे जो अवसर मिला है…आपके आशीर्वाद से वहां जाऊंगा.”
दीये जलाएं, राम मंदिर निर्माण का जश्न दिवाली की तरह मनाएं: पीएम
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को मंत्रिमंडल के सहयोगियों से 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जश्न दिवाली की तरह अपने घरों में दीये जलाकर तथा गरीबों को खाना खिला कर मनाने के लिए कहा है. सूत्रों ने बताया कि राम मंदिर को लेकर देश में देखे जा रहे भारी उत्साह के बीच उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह टिप्पणी की.
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने कैबिनेट मंत्रियों से 22 जनवरी के बाद अपने-अपने राज्यों के श्रद्धालुओं के साथ मंदिर में जाने और दर्शन करने का आग्रह किया. समारोह से पहले हिन्दुत्ववादी संगठनों द्वारा जनता को जुटाने की कवायद को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के साथ, भाजपा का मानना है कि यह आयोजन मंदिर को लेकर लोगों में उत्साह बढ़ाएगा और अप्रैल-मई में संभावित लोकसभा चुनावों में उसे इसका लाभ मिल सकता है.
लोगों की अयोध्या यात्रा और समारोह के बाद वहां ठहरने की सुविधा के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पहले ही देश भर में अपने सदस्यों को जिम्मेदारी दी है.
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