Ayodhya News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां चलती ट्रेन में एक महिला कांस्टेबल के ऊपर जानलेवा हमला किया गया. हमलावरों ने महिला कांस्टेबल के चेहरे पर कई वार किए. महिला कांस्टेबल के सिर, आंख और शरीर के अन्य हिस्सों पर भी हमलावरों ने धारदार हथियार से वार किए हैं.
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मिली जानकारी के मुताबिक, महिला कांस्टेबल खून से लथपथ ट्रेन की वर्थ के नीचे मिली. इस दौरान महिला कांस्टेबल के ऊपर के कपड़े फटे हुए थे तो वहीं नीचे के कपड़े गायब थे. मिली जानकारी के मुताबिक, महिला कांस्टेबल की इससे पहले भी 2 बार जान लेने की कोशिश की गई है. फिलहाल ये रहस्या बना हुआ है कि आखिर महिला कांस्टेबल के साथ ट्रेन में क्या हुआ है?
कब और कैसे हुई घटना
मिली जानकारी के मुताबिक, घायल महिला कांस्टेबल की ड्यूटी सुल्तानपुर कोतवाली में है. वह 1998 बैच की सिपाही है. बताया गया है कि महिला कांस्टेबल की अयोध्या के सावन मेले में ड्यूटी लगी थी. मिली जानकारी के मुताबिक, महिला कांस्टेबल सरयू एक्सप्रेस से सुल्तानपुर से अयोध्या के लिए निकली. यह ट्रेन मंगलवार की रात करीब 11 बजे अयोध्या पहुंची.
अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन के जीआरपी इंचार्ज पप्पू यादव का कहना है कि हेड कांस्टेबल के साथ हुई घटना गोंडा जनपद के मनकापुर रेलवे स्टेशन और अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच घटित हुई है.
जीआरपी इंचार्ज पप्पू यादव का ये भी कहना है कि मंगलवार की रात ट्रेन अयोध्या के बाद मनकापुर रेलवे स्टेशन पहुंची. बुधवार की सुबह सरयू एक्सप्रेस लगभग 3 बजकर 3 मिनट पर मनकापुर से अयोध्या होते हुए प्रयागराज के लिए निकली. ट्रेन में तैनात सुरक्षा जवानों को 3 बजकर 43 मिनट पर घटना के बारे में जानकारी मिली. उस समय सरयू एक्सप्रेस अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पहुंच चुकी थी. इसके बाद महिला कांस्टेबल को ट्रेन से उतारकर लखनऊ ट्रामा सेंटर भेज दिया गया.
आखिर 40 मिनट में क्या हुआ?
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, महिला कांस्टेबल के साथ जो घटना घटी है वह मनकापुर और अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच में ही घटी है. आखिर इन 40 मिनट में महिला कांस्टेबल के साथ चलती ट्रेन में क्या हुआ? ये अभी तक रहस्य बना हुआ है.
जांच का विषय ये भी है कि महिला कांस्टेबल को अयोध्या उतरना था. मगर वह वहां नहीं उतरी. सवाल ये भी है कि जब महिला कांस्टेबल के साथ घटना घटी तब ट्रेन की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी क्या कर रहे थे? आखिर किसी को महिला कांस्टेबल की चीख क्यों नहीं सुनाई दी? बता दें कि महिला कांस्टेबल घायल हालत में बर्थ के नीचे पड़ी मिली है.
महिला कांस्टेबल पर पहले भी हुई हैं जानलेवा हमले
मिली जानकारी के मुताबिक, महिला कांस्टेबल की जान लेने की कोशिश पहले भी कई बार की जा चुकी है. जीआरपी कैंट थाने के इंचार्ज पप्पू यादव का कहना है कि यह भी जांच का विषय है कि उनके साथ इस तरह की घटनाएं बार-बार क्यों हो रही हैं? फिलहाल पुलिस इस घटना पर ध्यान दे रही है और मामले की जांच कर रही है.
पुलिस ने किया केस दर्ज
इस पूरे मामले पर जीआरपी की एएसपी पूजा यादव ने कहा, “इस मामले में जान से मारने की कोशिश और सरकारी कर्मचारी पर हमले यानी 307, 353, 332 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. वह ट्रेन में घायल अवस्था में मिली है. उनको डॉक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया है. वह सुल्तानपुर जनपद में तैनात हैं और उनकी ड्यूटी अयोध्या मेले में लगी थी. वह ड्यूटी के लिए अयोध्या आ रही थी. अभी उसका इलाज चल रहा है. ठीक होने पर जब उनका बयान लिया जाएगा तब पता चलेगा कि आखिर उनके साथ क्या हुआ?
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