Bijnor News: बिजनौर में इन दिनों आदमखोर गुलदारों ने अपना आतंक मचा रखा है. एक आंकड़े के मुताबिक, पिछले 6 महीनों में आदमखोर गुलदारों 15 लोगों को अपना शिकार बनाया है, जबकि इस दौरान तीन दर्जन से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं. जिले में गुलदार के खौफ की हालत यह है कि किसानों ने अपने खेतों पर जाना छोड़ दिया है. बच्चे भी स्कूल जाते हुए डर रहे हैं और वन विभाग भी लोगों को शाम के समय अपने घरों से बाहर न निकलने का सुझाव दे रहा है.
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गुलदारों को मारने के लिए हो रहा ये सब
बता दें कि इन दो आदमखोर गुलदारों को जुलाई माह में शासन से अनुमति मिलने के बाद 5 शूटर, चार हाथी और वन विभाग की पूरी फौज लगाई गई थी. मगर ये सब मिलकर गुलदारों को मारने की बात तो दूर उनकी तलाश भी नहीं कर पाए. गुलदार लगातार अपना शिकार कर रहे है. अभी हालिया 28 अगस्त को भी गुलदार ने घर के पास शौच के लिए गए एक बच्चे को हमला कर मार डाला.
मालूम हो कि बिजनौर में गुलदार के हमले की घटना 17 फरवरी से शुरू हुई थी. 17 फरवरी को गुलदार ने नगीना के गांव किरतपुर में एक छोटी बच्ची अदिति को हमला कर मार डाला था और उसके बाद से जिले भर में गुलदार की गतिविधियां बढ़ती चली गईं.
मार्च महीने में गुलदार ने 2, अप्रैल में 4 और जून में 2, जुलाई में 3 और अगस्त में 3 लोगों को मार डाला. इस तरह गुलदार अब तक जिले में 15 लोगों की जान ले चुका है और लगभग तीन दर्जन से ज्यादा लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है.
प्रशासन ने शिफ्ट किए स्कूल
कई गांव के बाहर बने करीब 25 प्राइमरी स्कूलों को बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर दूसरे स्थान पर यानी आबादी के बीच शिफ्ट कर दिया. ताकि गुलदार बच्चों को अपना शिकार न बन सकें.
सबसे बड़ी दिक्कत खेत से चारा लाने वाले और खेती करने वाले किसानों के सामने आई. गुलदार ने सबसे ज्यादा निशाना उन किसानों को बनाया जो अपने खेतों में चारा लेने गए थे. या फिर खेती के लिए खेत में गए थे. इन 15 लोगों में पांच बच्चे भी गुलदार का शिकार हुए हैं. गुलदार के खौफ का आलम यह है कि लोग अब सड़कों पर निकलते हुए भी डर रहे हैं. सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए जाने वाले लोगों में भी दहशत व्याप्त है. वहीं दूसरी ओर वन विभाग के पास लोगों को गुलदारों से बचाने के लिए ठोस रणनीति नहीं है.
चंद्रशेखर आजाद ने भी उठाया मुद्दा
गुलदारों के हमलों में लोगों की जान जाने के इन मामलों को लेकर अखिलेश यादव और चंद्रशेखर आजाद भी आवाज उठा चुके हैं. अखिलेश यादव ने कुछ महिलाओं का एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा है. वहीं चंद्रशेखर आजाद ने एक महिला पर हुए गुलदार के हमले का जिक्र कर इस मुद्दे की ओर योगी सरकार का ध्यान खींचने की कोशिश की है. इन दोनों ट्वीट को क्रमशः यहां नीचे देखा जा सकता है.
40 जगह लगाए गए पिंजरे
फिलहाल जगह-जगह वन विभाग ने पिंजरे लगाए हैं. जिले में करीब 40 पिंजरे अलग-अलग स्थान पर लगे हैं. किसानों पर लगातार हुए हमले के बाद किसान यूनियन भी इस मामले में कई बार धरना प्रदर्शन कर रास्ते जाम कर चुकी है. लेकिन उन्हें भी सिर्फ कार्रवाई का आश्वासन मिला है. वहीं, यह कह पाना भी मुश्किल है कि जिले में कितने गुलदार ऐसे हैं जो लोगों को निशाना बना रहे हैं. वन विभाग के पास भी इस बात जवाब नहीं है.
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