उत्तर प्रदेश के बिजनौर से सड़क निर्माण का एक ऐसा मामला सामने आया है, जो भ्रष्टाचार से संबंधित गंभीर सवाल उठा रहा है.
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दरअसल इस सड़क का शुभारंभ करने के लिए विधायक ने जब नारियल फोड़ने की कोशिश की तो विधायक के मुताबिक, नारियल तो नहीं फूटा, मगर उस जगह से सड़क जरूर उखड़ गई, जहां नारियल फोड़ा जा रहा था.
क्या है पूरा मामला?
बिजनौर जिले में सिंचाई विभाग की ओर से एक नहर की पटरी पर करीब एक करोड़ 16 लाख रुपये की लागत से लगभग 7.5 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जानी थी. यह सड़क हल्दौर के मुख्य चौराहे से नवादा तुल्ला गांव की ओर नहर की पटरी पर बननी थी. इस पटरी के सहारे कड़ापुर, झालपुर, उलेढा, और हीमपुर दीपा को जोड़ना था. यह सड़क अभी सिर्फ 700 मीटर ही बन पाई थी कि विभाग ने सड़क का शुभारंभ कराने के लिए सदर विधायक सुचि मौसम चौधरी को बुला लिया.
इसके बाद सदर विधायक अपने पति ऐश्वर्य मौसम चौधरी के साथ सड़क का शुभारंभ करने के लिए मौके पर पहुंचीं. विधिवत पूजा के बाद उनको तोड़ने के लिए नारियल दिया गया.
इस मामले पर विधायक ने बताया, ”सिचाईं विभाग द्वारा एक सड़क का निर्माण किया जा रहा है. जो लगभग एक करोड़ 16 लाख 38 हजार रुपये का प्रोजेक्ट है. यह लगभग 7.5 किलोमीटर की सड़क है, जोकि 700 मीटर तैयार हो चुकी थी. विभाग के द्वारा हमें उसके शुभारंभ के लिए बुलाया गया था. जब हम वहां पहुंचे तो हमने जैसे ही सड़क के ऊपर नारियल तोड़ा तो नारियल नहीं टूटा और सड़क उखड़ गई.”
सड़क की हालत देखकर विधायक ने सड़क शुभारंभ का कार्यक्रम टाल दिया. वह गांव वालों की शिकायत पर सड़क के मानक की जांच कराने के लिए वहीं बैठ गईं और तुरंत पूरे मामले से डीएम उमेश मिश्रा को अवगत कराया गया.
डीएम उमेश मिश्रा ने विधायक की बात सुनने के बाद पीडब्ल्यूडी के नेतृत्व में एक टीम बनाते हुए सड़क की जांच कराने का आश्वासन दिया और टीम को मौके पर भेजा.
मौके पर पहुंची टीम ने विधायक के सामने ही सड़क खोदकर उसके सैंपल ले लिए और उनको लैब में जांच के लिए भेजने की बात कही. विधायक ने सड़क मटैरियल के सैंपल अपने सामने ही सील कराए.
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