Noida News: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल, गौतम बुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर ने सेक्टर-113 के थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है. बता दें कि थाना प्रभारी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह दो पक्षों के बीच समझौता करवाते हुए नजर आए थे. इस मामले में अब डीसीपी नोएडा की ओर से ट्वीट भी किया गया है.
ADVERTISEMENT
क्या है पूरा मामला?
दरअसल सेक्टर-122 स्थित पर्थला खंजरपुर गांव में सतीश यादव नामक शख्स एक बहुमंजिला इमारत बनवा रहे थे. ऐसा कहा जा रहा है कि इस वजह से पड़ोस में रहने वाले संजय के घर में दरार आ गई. मामले की शिकायत संजय के परिवार ने प्राधिकरण और पुलिस से की, जिसके बाद दोनों पक्षों में विवाद के बाद मारपीट हो गई. घटना की शिकायत पुलिस तक पहुंची. सतीश यादव के मुताबिक, थाना अध्यक्ष ने दोनों पक्षो का ढाई लाख रुपये में समझौता करवाया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है. सतीश यादव का दावा है कि उस मामले में पुलिस ने जेल भेजने का डर दिखाकर उससे साढ़े चार लाख रुपये की मांग की, जिसमें थानाध्यक्ष ने खुद 2 लाख रुपये रख लिए और ढाई लाख रुपये अपने सामने दूसरे पक्ष को दिलवाए.
महिला की हुई मौत
अब हुआ यूं कि पिछले हफ्ते दूसरे पक्ष की एक महिला की मौत हार्ट अटैक से हो गई. बताया गया कि बगल में हो रहे खराब निर्माण के कारण घर में दरार आने से महिला परेशान थी, जिस वजह उसकी मौत हुई है. परिजनों ने महिला का शव पर्थला पुल पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया, किसी तरह पुलिस ने मृतक महिला के परिजनों को समझाबुझाकर वापस भेजा और अंतिम संस्कार करवाया. वहीं, इस मामले में पुलिस ने सतीश यादव को गिरफ्तार कर लिया. सतीश का आरोप है कि दोबरा वसूली के लिए पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. इस बीच पुलिस की मौजूदगी में पैसे दिलवाकर समझौता करवाने का वीडियो वायरल हो रहा है. वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस कमिश्नर ने एक्शन लेते हुए थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है.
डीसीपी ने ट्वीट कर ये बताया
डीसीपी नोएडा की ओर से ट्वीट कर कहा गया, “संजय यादव और सतीश यादव पड़ोसी हैं. लगभग तीन महीने पहले सतीश यादव का 5 मंजिला मकान से पड़ोसी संजय यादव का मकान क्षतिग्रस्त हो गया था. इसकी शिकायत के संबंध में 5 मंजिल मकान के मालिक सतीश की ओर से आपस में समझौते के नाम पर संजय यादव को रुपये दिए गए थे. उस समय थाना प्रभारी मौके पर मौजूद थे, किन परिस्थितियों में वीडियो बनाया गया, इस संबंध में विस्तृत जांच एडीसीपी नोएडा जोन की ओर से की जा रही है. जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.”
ADVERTISEMENT