Gorakhpur News: पिछली साल की तरह इस बार भी मकर संक्रांति गोरखपुर में 15 जनवरी को मनाई जाएगी. 15 जनवरी की प्रथम बेला यानी की भोर से ही श्रद्धालु बाबा गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाना प्रारंभ कर सकेंगे. आचार्य रामानुज त्रिपाठी ने बताया कि इस बार की मकर संक्रांति कई मायनों में खास है. वहीं, इस बार खिचड़ी चढ़ाने का शुभ मुहूर्त 15 तारीख की भोर 4 बजे से ही शुरू है. तड़के 4 बजे से ही श्रद्धालु बाबा गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाना प्रारंभ कर सकेंगे और यह कार्यक्रम पूरे दिन चलेगा. खिचड़ी चढ़ाने वालों की संख्या बहुत ज्यादा होती है, इसलिए यह सिलसिला देर रात तक चलता है.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कब चढ़ाते है खिचड़ी?
इस सवाल के जवाब में गोरखनाथ मंदिर के प्रबंधक द्वारका प्रसाद तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री जबसे इस मंदिर में प्रवास कर रहे हैं. तब से वह खिचड़ी चढ़ा रहे हैं. ऐसा कभी भी नहीं हुआ है कि मुख्यमंत्री ने मकर संक्रांति के अवसर पर बाबा गोरक्षनाथ को खिचड़ी ना चढ़ाई हो और ना यह कभी होगा. यह भी नहीं है कि सबसे पहले मुख्यमंत्री ही खिचड़ी चढ़ाएंगे. शुभ मुहूर्त में कोई भी आकर खिचड़ी चढ़ा सकता है.
क्या-क्या चढ़ाते हैं खिचड़ी के रूप में?
श्रद्धालु ‘पत्रम पुष्पम फलम’ के तहत मंदिर में भगवान को खिचड़ी चढ़ाते हैं. इसमें मुट्ठी भर चावल के साथ, फल-फूल, गुड़, मिठाइयां आदि भगवान को चढ़ाई जाती हैं.
इस बार सुरक्षा में तैनात रहेंगे 2000 पुलिसकर्मी
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद गोरखनाथ खिचड़ी मेले में पुलिस प्रशासन द्वारा अभूतपूर्व सुरक्षा रहेगी. मकर संक्रांति पर गोरखनाथ मंदिर और मेला परिसर की सुरक्षा में 2000 से अधिक पुलिस के अधिकारी और जवान तैनात किए जाएंगे. वहीं पुलिस अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी. यहां तैनात तीन अपर पुलिस अधीक्षक सुरक्षाकर्मियों का नेतृत्व करेंगे. गोरखनाथ मंदिर पर मकर संक्रांति के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा गोरक्षनाथ का दर्शन करने आते हैं और खिचड़ी चढ़ाते हैं. इसी के साथ गोरखनाथ मंदिर परिसर में एक माह तक चलने वाले मेले की शुरुआत भी हो जाती है. नेपाल समेत देश के विभिन्न राज्यों से लोग इस मेले का लुफ्त उठाने आते हैं. पूरे एक महीने तक चलने वाले इस खिचड़ी मेले में किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो और अव्यवस्था उत्पन्न न हो इसको लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह सतर्क है.
बीते अप्रैल में हो चुकी है एक अप्रिय घटना
इस बार ज्यादा सतर्कता की वजह अप्रैल में हुई घटना है, जिसमें एटीएस अभी जांच कर रही है. दरअसल, अहमद मुर्तजा अब्बासी नामक असामजिक तत्व ने गोरखनाथ मंदिर के गेट पर हमला बोल दिया था. इस वजह से प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था में कोई भी चूक नहीं चाहता है.
लगातार आला अधिकारी कर रहे है जांच
मकर संक्रांति पर्व पर गोरखनाथ मंदिर में लगने वाले खिचड़ी मेले की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लगातार अधिकारियों द्वारा लिया जा रहा है. इसी कड़ी में बीते शुक्रवार की रात पुलिस के आला अधिकारियों ने प्रवेश द्वार की सुरक्षा और आयोजन परिसर का निरीक्षण किया.
गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी ने 400 लोगों की समस्याएं सुनीं और समाधान का आश्वासन दिया
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