ADVERTISEMENT
राप्ती नदी के किनारे बसे गोरखपुर शहर में उत्तर प्रदेश सरकार ने मेट्रोलाइट रेल परियोजना की परिकल्पना की है.
परियोजना की डीपीआर को राज्य सरकार अक्टूबर 2020 में मंजूर कर चुकी है और अब ये केंद्र सरकार के अनुमोदन के विचाराधीन है.
गोरखपुर में 28 किलोमीटर लंबे और पूरी तरह एलिवेटेड दो कॉरिडोर का प्रस्ताव है, जिसकी अनुमानित लागत करीब 4672 करोड़ रुपये है.
प्रस्तावित मेट्रोलाइट लो-फ्लोर ट्रेन होगी, जिसमें तीन कोच होंगे और एक ट्रेन में लगभग 400 यात्री सफर कर सकेंगे.
मेट्रोलाइट की अधिकतम स्पीड करीब 60 किलोमीटर/ घंटा होगी.
गोरखपुर मेट्रोलाइट रेलवे स्टेशन, एम्स, शैक्षिक संस्थानों, पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय और मार्किट एरिया को जोड़ेगी.
पहला कॉरिडोर श्याम नगर से मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज के बीच बनेगा, जिसमें कुल 14 स्टेशन होंगे. इसकी लंबाई 15.14 किलोमीटर प्रस्तावित है.
ADVERTISEMENT