Gorakhpur News Hindi: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. गोरखपुर के शिवपुर शाहबाजगंज में एक बेटे ने अपनी 82 वर्षीय मां की मौत के बाद चार दिनों तक लाश को घर में ही छिपाए रखा. लाश से आने वाली दुर्गंध को रोकने के लिए वह धूप और अगरबत्ती का प्रयोग करता रहा. लेकिन उसके बावजूद भी शव से निकलने वाली बदबू से आसपास के लोग परेशान होकर पुलिस को बुलाया. बताया जा रहा है कि बेटा मानसिक रूप से बिमार है.
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इस मामले में गोरखपुर के पुलिस अधीक्षक ग्रामीण मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि मामला प्रथम दृष्टया मृतक शांति देवी की बीमारी से मौत की बात सामने आ रही है लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.
यूपी क्राइम समाचार: पड़ोसियों ने बताया कि निखिल इस परिवार का इकलौता बेटा है. इनके पिता राम दुलारे मिश्रा बोदरवार इंटर कॉलेज में शिक्षक थे और वहीं से रिटायर हुए थे. 10 वर्ष पहले उनकी मौत हो गई थी. पड़ोसियों ने बताया कि यह मकान 1988 में बना है. आपको बता दें कि शांति देवी अयोध्या दास इंटर कॉलेज में शिक्षिका थी और वहीं से रिटायर हुईं. इनके पति राम दुलारे मिश्रा और शांति देवी दोनों ने मिलकर यह मकान बनवाया था. बाताया जा रहा है कि निखिलनशे का आदी है और घर में आए दिन मारपीट करता है. जिसकी वजह से लगभग 15 दिन पहले उसकी पत्नी, बच्चे को लेकर मायके चली गई. घर में रहने वाले किराएदार भी लगभग 1 माह पहले छोड़ कर चले गए.
यूपी न्यूज़: सभी के जाने के बाद इस पूरे मकान में सिर्फ मां और बेटे ही रह गए थे. पुलिस के अनुसार मां भी काफी बीमार लग रही थी, फिलहाल पुलिस का भी यही कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद स्थिति क्लियर होगी. इधर पुलिस ने निखिल मिश्रा उर्फ बबलू से पूछताछ की तो निखिल ने बताया कि मां की मौत 4 दिन पहले हो चुकी थी. वह उसमें से निकलने वाली बदबू को छिपाने के लिए धूप और अगरबत्ती का प्रयोग कर रहा था. लेकिन वह सफल नहीं हुआ और स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी. उसके बाद यह मामला सामने आया. फिलहाल सभी को इंतजार है पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का.
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