गोरखपुर: छात्रों ने स्क्रैप से बना दी मानवरहित गन, एक नहीं कई हैं इसकी खासियत, खुद जानिए

रवि गुप्ता

• 07:24 AM • 13 Feb 2023

Gorakhpur News: गोरखपुर के सहजनवा स्थित आईटीएम के छात्रों ने एक ऐसी मानवरहित ऑटोमैटिक मशीन गन बनाई है, जो आपको हैरान कर सकती है. इस…

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Gorakhpur News: गोरखपुर के सहजनवा स्थित आईटीएम के छात्रों ने एक ऐसी मानवरहित ऑटोमैटिक मशीन गन बनाई है, जो आपको हैरान कर सकती है. इस मानव रहित गन को आप दूर से बैठकर अपने मोबाइल फोन से मॉनिटर कर सकते हैं. इस गन की रेंज 100 मीटर से ज्यादा है और यह 360 डिग्री तक सभी पर अपनी निगाहें भी रख सकती है. इस उपकरण के निर्माण से कॉलेज प्रबंधन बहुत गदगद है. गौरतलब है की इस कॉलेज के बच्चे ऐसे ही तमाम उपकरण बनाने के लिए जाने जाते हैं.

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दरअसल, देश के युवा लगातार ‘मेक इन इंडिया’ की पहल पर कुछ न कुछ नया और अत्याधुनिक करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं. इसी क्रम में गोरखपुर के सहजनवा स्थित आईटीएम के छात्रों ने सैनिकों की सुरक्षा के मद्देनजर इस्तेमाल होने वाले स्मार्ट हेलमेट, जैकेट एवं शूज के बाद अब एक ऐसी स्वचालित गन का प्रोटोटाइप तैयार किया है, जो मोबाइल या लैपटॉप की स्क्रीन टच करते ही दुश्मनों पर गोलियों की बौछार करना शुरू कर देगी. यह मशीन गन आपके मोबाइल या रिमोट से संचालित होगी, जिसे किसी भी स्थान से ऑपरेट किया जा सकेगा. इस गन को तैयार करने में आईटीएम में पड़े स्क्रैप का इस्तेमाल किया गया है. गौरतलब है कि इस उपकरण को बनाने में लगभग 18000 रुपये का खर्च आया है.

जानिए ऐसे करेगा यह मानवरहित गन काम

कॉलेज के निदेशक डॉ. एनके सिंह ने बताया कि ‘हमारे छात्रों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया मिशन से प्रभावित होकर इस डिवाइस तैयार किया गया है. मानवरहित इस गन का प्रोटोटाइप बनाने में लगभग 20 दिनों का समय लगा और कुल 18000 रुपये का खर्च आया है. खास बात यह है कि इसे बनाने के लिए आईटीएम में पड़े स्क्रैप का इस्तेमाल किया गया है. इस गन की खासियत यह है कि इसे दुश्मन के सामने से संचालित ना कर सुदूर स्थान से बैठ कर भी इसे ऑपरेट किया जा सकता है.

डिवाइस को बनाने में इस टीम का है योगदान

इस डिवाइस को तैयार करने में आईटीएम के थर्ड ईयर के बीटेक के छात्रों में दिग्विजय यादव, कन्हैया यादव, कृष्णा साहनी, अनुराग श्रीवास्तव शामिल हैं. वहीं, इस मॉडल को तैयार करने वाले छात्रों का कहना है कि मानव रहित इस गन को बनाने में कार के शॉकर, स्प्रिंग, 2 इंच की मेटल पाइप, वाईफाई कैमरा, 9 वोल्ट की बैटरी, स्विच, लोहे के अन्य पार्ट्स सहित कई उपकरण इस्तेमाल किए गए हैं.

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