गोरखपुर के केदारनाथ ने लेखपाल रहते हुए पास की UPSC परीक्षा, SDM से की थी ये मांग

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा-2021 के परिणाम घोषित किए. आपको बता दें कि इसमें गोरखपुर की सदर तहसील में…

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संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा-2021 के परिणाम घोषित किए. आपको बता दें कि इसमें गोरखपुर की सदर तहसील में तैनात लेखपाल केदारनाथ शुक्ला ने 465वीं रैंक हासिल की है. केदारनाथ ने अपनी इस सफलता का इसका श्रेय अपने माता-पिता के साथ-साथ उच्च अधिकारियों को भी दिया है.

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कौन हैं केदारनाथ शुक्ला?

यूपी के गोरखपुर जिले के हरपुर-बुदहट थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुगौना गांव के रहने वाले केदारनाथ शुक्ला एक किसान के बेटे हैं. बता दें कि केदारनाथ ने नवोदय विद्यालय पीपीगंज से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की थी. इसके बाद उन्होंने इग्नू से बैचलर ऑफ आर्ट में डिग्री हासिल की. वहीं, साल 2016 में लेखपाल की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद से वह सदर तहसील में अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं.

केदारनाथ ने SDM से की थी ये मांग-

बता दें कि एसडीएम (सदर) कुलदीप मीणा से लेखपाल केदारनाथ शुक्ला ने UPSC की तैयारी करने के लिए छुट्टियों की मांग थी. एसडीएम ने लेखपाल के इच्छाओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें पूरे 1 वर्ष की छुट्टी दी. इसके बाद केदारनाथ ने अपनी तैयारी को और धार दी, जिसका नतीजा यह हुआ कि उन्हें सिविल सेवा परीक्षा-2021 में 465वीं रैंक हासिल हुई.

यूपी तक से बातचीत में केदारनाथ ने कहा,

“अगर एसडीएम साहब हमें 1 साल तक पढ़ाई के लिए छुट्टी नहीं देते, तो आज हम यह मुकाम हासिल नहीं कर पाते. उन्हीं की देन है कि आज हम अधिकारी बनने में कामयाब हुए हैं.”

केदारनाथ शुक्ला

आपको बता दें कि केदारनाथ शुक्ला एक बड़े ही साधारण परिवार से आते हैं. इसपर मोहर इस बात से लग जाती है कि इनके पिता एक सामान्य किसान हैं. मां घर-गृहस्थी का काम देखती हैं. लेखपाल की नौकरी करते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना केदारनाथ के लिए आसान नहीं था. मगर केदारनाथ की सफलता ये बताती है कि दृण निश्चय अगर किसी काम के लिए कर लिया जाए, तो मंजिल खुद-बखुद सामने आ ही जाती है.

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