उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur news) में एक ऑटोरिक्शा वाले के कथित सुसाइड का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि उसने रोजी-रोटी कमाने के लिए खेत बेचकर और कुछ पैसे लोन लेकर ऑटोरिक्शा खरीदा था. महज डेढ़ माह में ट्रैफिक पुलिस ने 22 हजार रुपए का उसका चालान काट दिया. कानपुर की ट्रैफिक पुलिस (Kanpur Traffic Police) से परेशान होकर ऑटोरिक्शा वाले से सुसाइड कर लिया. इधर पुलिस का कहना है कि वो मामले की जांच कर रही है.
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ऑटोरिक्शा खरीदकर सुनील गुप्ता ने परिवार का अच्छे से भरण-पोषण करने, बच्चों को अच्छे स्कूल में दाखिला दिलाने का सपना संजोया था. ऑटोरिक्शा खरीदे हुए अभी डेढ़ माह भी नहीं हुआ था कि ट्रैफिक पुलिस ने 22 हजार रुपए का चालान काट दिया. जैसे-तैसे खेत बेचकर ऑटोरिक्शा खरीदने वाले सुनील ने जब चालान का अमाउंट देखा तो उसके पांवों तले जमीन खिसक गई. बताया जा रहा है कि फिर उसने मौत को गले लगा लिया.
कानपुर आफ्टर के नरवर इलाके में सुनील के घर में मातम पसरा है. ऑटोरिक्श तो खड़ा है पर उनकी पत्नी का सुहाग उजड़ चुका है. बच्चों के सिर से पिता का साया उठ चुका है. सुनील के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक सुनील की पत्नी बस एक ही बात कहती है- ट्रैफिक पुलिस के चालान ने पति की जान ले ली.
मृतक सुनील की पत्नी ने बताया कि ऑटोरिक्शा के रोड पर आते ही पहले 10,000 रुपए का चालान हुआ. फिर डेढ़ महीना भी नहीं बीता कि 12,000 का चालान हो गया. ऑटोरिक्शा चलाकर इतनी कमाई नहीं थी कि चालान देकर घर भी चला लें और किश्त भी दे दें. सुनील खेत पहले ही बेच चुका था. ऊपर से ऑटोरिक्शा की किश्त, परिवार का पेट इन सबके ऊपर ट्रैफिक पुलिस का भारी-भरकम चालान. वो कहां से दे पाता.
कानपुर आउटर के एसपी तेज स्वरूप सिंह का कहना है कि सुनील के आत्महत्या करने का मामला सामने आया था. उसका पोस्टमार्टम कराया गया है. उसका कुछ आपसी विवाद था. उसकी भी जांच की जा रही है. उनके घर वालों के जो भी आरोप हैं उसकी भी जांच की जा रही है. जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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