Kanpur News: कानपुर में कपड़ा व्यापारी के 17 साल के बेटे कुशाग्र की हत्या मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. बता दें कि पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने कुशाग्र के घर फिरौती पत्र भेजा था. इस फिरौती पत्र में 30 लाख रुपये की मांग और इसमें एक जगह ‘अल्लाह हू अकबर’ लिखा था, ताकि पुलिस केस में उलझ जाए. आपको बता दें कि इस मामले का खुलासा कुशाग्र की सोसायटी के सिक्योरटी गार्ड राजेंद्र की तत्परता और पैनी नजर के वजह से हुआ. गार्ड ने पुलिस को अहम सूचना दी थी, जिसकी वजह से केस का खुलासा हुआ.
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बता दें कि सोमवार को गार्ड राजेंद्र ड्यूटी पर थे और उन्होंने यूपी तक को बताया, “वो लड़का हमें लिफाफा देने आया था. वो बोला कि मनीष भैया का लिफाफा है उन्हें दे देना. मैंने कहा कि आप ही देकर आओ…इसके बाद वह ऊपर चला गया. मैंने देखा उसकी गाड़ी के नेम प्लेट पर कालिख पुता हुआ था. पीछे नेमप्लेट पर रुमाल लगा हुआ था. रुमाल हटाने के बाद नंबर पता चला. हम फोटो खींचना चाहते थे…मगर तब तक वो आ गया था.”
गार्ड राजेंद्र ने बताया कि यह स्कूटी कुशाग्र को पढ़ाने वाली ट्यूशन टीचर रचिता की थी. इसके बाद स्कूटी से आए लड़के की जानकारी गार्ड ने कुशाग्र के मामा को बताई.
पुलिस इस बात से है हैरान
पुलिस अधिकारी इस बात से हैरान हैं कि जिस जगह मासूम किशोर को मारा गया, वहां एक अहाता है. आसपास कई घर हैं, लेकिन कुशाग्र का गला इतनी तेजी और सफाई से कसा गया कि किसी ने उसकी कोई चीख तक नहीं सुनी. जब तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची पड़ोसियों को भी इस बात का बिल्कुल इल्म नहीं था कि उनके ठीक बगल में किसी की हत्या हो गई है.
15-20 दिनों में दाखिल होगी चार्जशीट
पुलिस का दावा है कि वह इस केस को जल्द से जल्द अंजाम तक पहुंचाने की कोशिश करेगी. इस सिलसिले में जॉइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि पुलिस इस केस को फास्ट ट्रैक करने के लिए कोर्ट से अनुरोध करेगी. उन्होंने कहा कि 15 से 20 दिन के अंदर इस पूरे मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी.
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