Aditya Vardhan Singh News : उत्तर प्रदेश के कानपुर से मानवता को शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आई है. कानपुर के नाना मऊ घाट पर शनिवार को दुखद घटना घटी, जब यूपी हेल्थ विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन सिंह गंगा में डूब गए. हैरान कर देने वाली बात ये है कि साथ गए दोस्तों ने वहां मौजूद गोताखोरों से मदद की गुहार लगाई. लेकिन पहले मदद करने के बजाय उन्होंने पैसे की मांग करने लगे. गोताखोरों ने कहा कि पहले 10 हजार दीजिए तब देखेंगे और इन सबमें काफी देर हो गई.
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दोस्तों के साथ नहाने पहुंचे थे डिप्टी डायरेक्टर
बता दें कि ये पूरी घटना शनिवार दोपहर की है. शनिवार को उन्नाव में बिल्हौर के नानामऊ घाट पर आदित्य वर्धन सिंह अपने दोस्तों के साथ स्नान करने पहुंचे. वहीं गंगा में डूबते हुए आदित्य को देखकर उनके दोस्तों ने तुरंत घाट पर खड़े गोताखोरों से मदद मांगी, लेकिन गोताखोरों ने उन्हें बचाने के लिए 10000 रुपये की मांग की. असहाय दोस्तों ने कहा कि उनके पास कैश नहीं है और वे पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर करेंगे. गोताखोर तब तक नहीं कूदे जब तक उन्हें ऑनलाइन फंड ट्रांसफर नहीं हुआ. दुर्भाग्यवश, इस देरी के चलते आदित्य की डूब गए. फिलहाल उनकी तलाश जारी है.
10 हजार की वजह से चली गई जान!
इस घटना ने प्रशासन की तत्परता पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. स्थानीय लोग पूछ रहे हैं जब इतने बड़े अधिकारी के लिए गोताखोरों ने 10000 रुपये की मांग की, तो आम जनता का क्या होगा? इसके अलावा, लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए घाटों पर पेशेवर गोताखोरों की तैनाती करनी चाहिए. पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की. इलाके के एडीसीपी बृजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिलते ही उन्होंने तलाश अभियान शुरू किया.
पत्नी जज तो भाई हैं सीएम के सचिव
इस स्थिति में सबसे दुखद बात यह है कि आदित्य के माता-पिता और बहन विदेश में हैं. आदित्य के भाई अनुपम सिंह बिहार में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सचिव हैं, मौके पर पहुँच गए हैं. वहीं आदित्य वर्धन सिंह की पत्नी महाराष्ट्र में जज हैं और वो भी मौके पर पहुंच चुकी हैं.
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