UP News: बरेली की रहने वाली और मेरठ में तैनात डॉक्टर दीक्षा तिवारी के साथ कानपुर मेडिकल कॉलेज की छत पर उस रात क्या हुआ? डॉक्टर दीक्षा की मौत हादसा है या हत्या? इन सवालों का जवाब कानपुर पुलिस खोज रही है. इसी बीच डॉक्टर दीक्षा तिवारी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई है, जिसने इस कहानी को साफी हद तक साफ कर दिया है.
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दरअसल दीक्षा तिवारी ने 2 साल पहले कानपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था. इस दौरान उनकी दोस्ती हिमांशु और मयंक नाम के दो सहपाठी से भी हो गई थी. एमबीबीएस के बाद दीक्षा को मेरठ में तैनाती मिली. हाल ही में दीक्षा पढ़ाई पूरी होने का जश्न मनाने अपने मेडिकल कॉलेज अपने दोस्तों से मिलने आई थी. मगर यहां उनके साथ कुछ ऐसा हुआ, जो कल्पना से परे था.
आखिर उस रात छत पर क्या हुआ?
दरअसल 13 मई की रात करीब 1 बजे दीक्षा अपने दोस्त, डॉक्टर हिमांशु और डॉक्टर मयंक के साथ मेडिकल कॉलेज की छत पर पहुंची. यहां वह छत से सीधा नीचे गिर गईं और 6 मंजिल से गिरकर उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
परिवार का कहना है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है तो वही डॉक्टर दीक्षा तिवारी के साथी दोनों डॉक्टर्स का कहना है कि दीक्षा छत पर जहां बैठी थी, वह टूट गया और वह नीचे जा गिरी. अब दीक्षा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई है. इस रिपोर्ट के आने से काफी हद तक मामला साफ हो गया है.
पोस्टमॉर्टम में हुई ऐल्कोहॉल की पुष्टि
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ऐल्कोहॉल की पुष्टी हुई है. इसी के साथ डॉक्टर दीक्षा के शव पर 36 से ज्यादा चोट के निशान पाए गए हैं. यहां तक की पसलियां टूटकर फेफड़ों में धंसी मिली हैं, जिससे फेफड़े भी फट गए हैं. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण इंटरनल ब्लीडिंग सामने आया है. दुष्कर्म की आशंका पर बनाई गई स्लाइड-बिसरा जांच के लिए सुरक्षित रख लिया गया है.
CCTV में ये सब दिख रहा
पुलिस ने मामले की जांच के लिए मेडिकल कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले. सीसीटीवी कैमरों में दिख रहा है महिला डॉक्टर अपने दोनों दोस्तों के साथ मेडिकल कॉलेज की छत पर जा रही है. इस दौरान उसके साथ किसी भी तरह की जबरदस्ती नहीं हो रही है. तीनों टहलते हुए मेडिकल कॉलेज की छत पर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं.
इसके साथ ही मामले की जांच कर रही फोरेंसिक टीम का भी कहना है कि दीक्षा तिवारी की मौत छत की स्लैब कमजोर होकर टूटने से हुई है. माना जा रहा है कि दीक्षा इसपर ही बैठी थीं और स्लैब कमजोर होकर टूट कर नीचे गिर गई. साथ में दीक्षा भी नीचे गिर पड़ी.
बता दें कि पुलिस ने भी पूछताछ के बाद दोनों डॉक्टरों को फिलहाल के लिए छोड़ दिया है. अभी तक इस मामले में पुलिस को जो सबूत हाथ लगे हैं, उससे लग रहा है कि ये एक हादसा ही है.
साथी डॉक्टरों ने क्या बताया?
घटना वाली रात दीक्षा के साथ मेडिकल कॉलेज की छत पर मौजूद उनके दोनों साथी डॉक्टरों का कहना है कि दीक्षा छत पर बने डक (वैंटिलेटर के लिए बनी जगह) पर बैठ गई. वह बात कर रही थी, तभी जहां दीक्षा बैठी थी, वह जगह टूट गई और दीक्षा नीचे गिर गई. हादसे के बाद उसके एक दोस्त ने नीचे जाकर दीक्षा को बचाने की भी कोशिश की. मगर तब तक उसके शरीर में से खून निकल रहा था और उसकी मौत हो चुकी थी.
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