Lucknow News: महिला सुरक्षा के दावे करने वाली उत्तर प्रदेश सरकार के दावों पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. यूपी की राजधानी लखनऊ में महिला खिलाड़ी को बीच सड़क पर खुलेआम पीटा गया है. जिस महिला खिलाड़ी को सरेआम पीटा गया है, वह 2014 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स की ब्रॉन्ज मेडल विजेता स्वाति सिंह हैं. बता दें की पीड़ित खिलाड़ी स्वाति सिंह, वेटलिफ्टिंग में आठ बार की नेशनल चैंपियन रह चुकी हैं.
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आरोप है कि होली वाले दिन यानी बीते सोमवार के दिन लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी में मामूली विवाद के बाद खिलाड़ी स्वाति सिंह के साथ जमकर मारपीट की गई. महिला खिलाड़ी को इतना पीटा गया कि उनके सिर में 4 टांके लगे हैं. इसी के साथ स्वाति सिंह के शरीर पर कई जगह चोट आई हैं.
सड़क किनारे खड़े लड़के कर रहे थे टिप्पणी
मिली जानकारी के मुताबिक, खिलाड़ी स्वाति सिंह कही जा रही थीं. इसी दौरान सड़क पर खड़े लड़के उनको लेकर अभद्र टिप्पणी कर रहे थे. स्वाति सिंह ने इसका विरोध किया. इसी को लेकर उनका विवाद वहां खड़े लड़कों से हो गया. तभी लड़कों ने स्वाति सिंह को घेर लिया और उनके साथ खूब मारपीट की. मारपीट का ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
पीड़ित खिलाड़ी स्वाति सिंह ने UP Tak को घटना की सारी जानकारी दी है. उन्होंने बताया, थार सवार लड़कों ने छेड़खानी करते हुए कमेंट किया. मैंने विरोध किया तो उसने फोन करके वहां काफी लड़कों को बुला लिया. इसके बाद उसने और उसके साथियों ने मारपीट शुरू कर दी.
कौन है स्वाति सिंह?
बता दें कि स्वाति सिंह वाराणसी की रहने वाली हैं. मगर वह अब लखनऊ में रह रही हैं. स्वाति सिंह 2008 से लेकर 2017 तक की ऑल इंडिया रेलवे चैंपियन रह चुकी हैं. स्वाति सिंह ने साल 2018 के ओलंपिक गेम्स में भी भाग लिया था. इसी के साथ उन्होंने साल 2010 और 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी मेडल जीते हैं. स्वाति सिंह का कहना है कि मारपीट उनके साथ की गई है. मगर पुलिस ने लड़कों की शिकायत पर उनके खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया है.
छेड़खानी और हत्या के प्रयास का केस दर्ज
बता दें कि इस पूरे मामले में पुलिस ने 26 मार्च के दिन प्रत्यूष शुक्ला और उसके साथियों पर छेड़खानी और हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया. स्वाति सिंह का कहना है कि आरोपियों ने कानूनी दांव पेंच का इस्तेमाल किया है. उन्होंने पहले मेरे ही खिलाफ केस दर्ज करवा दिया है. पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही है.
पुलिस ने क्या बताया
इस पूरे मामले पर एडिशनल डीसीपी साउथ शशांक वर्मा ने बताया, ये पूरा विवाद गाड़ी पार्क करने को लेकर हुआ था. मामले में कोई छेड़खानी नही हुई है. पुलिस जांच कर रही है. सुबूत के अधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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