दीपावली के मौके पर दुनिया में भले ही दीपक, पटाखे और मिठाइयों की खरीदारी होती हो लेकिन नवाबों के शहर लखनऊ में इस त्योहार के अगले दिन पतंगबाजी होती है. वजह नवाबी तबीयत के लोग दीपावली के मौके पर रात में पटाखे चलाते हैं और दिवाली के अगले दिन पतंगबाजी का शौक पूरा करते हैं.
ADVERTISEMENT
बता दें कि लखनऊ में पिछले कई सालों से दिवाली के अगले दिन पतंग उड़ाने का रिवाज है. ऐसे में तरह-तरह की पतंगे बाजार में सज चुकी हैं. पतंगों के शौकीन पतंगबाज पटाखों के साथ पतंग भी खरीद रहे हैं.
पुराने लखनऊ के तमाम ऐसी जगहें हैं जहां पर लोग पुश्तैनी पतंग बेचने का धंधा कर रहे हैं. 50 सालों से लखनऊ और आसपास के जिलो में पतंगबाजी के शौकीनो का अड्डा रही हाजी सुबराती पतंग फरोश की दुकान पर हमें एक नन्हा पतंगबाज भी मिला, जिसने हमें बताया कि पतंगबाजी में पेंच लड़ाने से पहले पतंग के कन्ने बांधना भी एक कला है.
वहीं दुकानदार मोहम्मद असलम अपने दादा के जमाने से इस दुकान पर बैठ रहे हैं और वह कहते हैं कि दिवाली का मौका उनके लिए खास होता है क्योंकि इस दिन इस त्योहार पर इनकी बिक्री बढ़ जाती है. लोग दूर-दूर से पतंग और मांझा खरीदने आते हैं और पतंगबाजी के शौक को दीपावली से लेकर भाई दूज तक पूरा करते हैं.
CM योगी, केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक और मायावती ने इस तरह दीं दिवाली की शुभकामनाएं
ADVERTISEMENT